मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना दौरे पर स्थानीय लोगों की शिकायत और बढ़ती आपराधिक घटनाओं, लोगों की शिकायतों पर तुरंत सुनवाई नहीं होने पर मुरैना के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी को हटा दिया है। बागरी के खिलाफ पहले से शिकायतें मिल रही थीं। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को स्वास्थ्य सेवाओं के लोकार्पण व भूमिपूजन के साथ लाड़ली बहना योजना के तहत आयोजित महिला सम्मेलन में शामिल होने मुरैना पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री से स्थानीय नेताओं और लोगों ने मुलाकात की। बताया जाता है कि महिलाओं ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि जिले में कई स्थानों पर शराब अवैध रूप से बेची जा रही है। शिकायत के बाद भी पुलिस प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं एक अप्रैल को बामोरा में दो बदमाशों ने दुकान में घुसकर कपड़ा व्यापारी की हत्या के बाद से व्यापारियों ने भी आक्रोश व्यक्त किया था। गुरुवार को भी मुख्यमंत्री से महिलाओं के साथ व्यापारियों और नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मिला था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुरैना पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी को हटाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना में महिला सम्मेलन को संबोधित करने से पहले एक कॉलोनी में पहुंचे और मकान की दीवार पर ‘अबकी बार फिर भाजपा सरकार का नारा लिखा।

पिता को लेकर आए थे चर्चाओं में
बीते वर्ष आशुतोष बागरी के पिता सतना में मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत आवेदन कर दिया था। उनका चयन भी तीर्थयात्री के रूप में हो गया। बागरी के पिता सरकारी शिक्षक हैं। सरकारी शिक्षक आयकर दाता होते हुए तीर्थ दर्शन योजना में आवेदन करने पर उन्हें निलंबित किया गया था।