राजधानी रायपुर से लगते दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र में धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर बजरंगियों और वहां के लोगों ने जमकर बवाल किया। ग्रामीणों का आरोप है कि काली मंदिर के पास कृष्णकांत कुर्रे के घर में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। आयोजन की आड़ में धर्मांतरण कराकर गांव की शांति भंग की जा रही है। सूचना मिलते ही अमलेश्वर पुलिस मौके पर पहुंची और पादरी सहित 9 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई किया।
अमलेश्वर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें रविवार रात सूचना मिली थी कि गांव में एक विशेष धर्म के अनुयायियों द्वारा प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है। आयोजन के दौरान धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए गांव के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में गांव के लोग और बजरंग दल के कार्यकर्ता एकत्रित होकर विरोध कर रहे थे। यहां के रहने वाले खिलेश्वर चक्रधारी, हिमांशु शर्मा और भावेश सोनी ने शिकायत दर्ज कराई कि काली मंदिर के पास कृष्णकांत कुर्रे के घर में प्रार्थना सभा चल रही है।
वहां जमकर शोर मचाया जा रहा है। इससे क्षेत्र की शांति व्यवस्था भंग हो रही है। पुलिस आयोजन स्थल पर पहुंची और वहां मौजूद अमलेश्वर निवासी कृष्णकांत कुर्रे, विनय साहू, विजय साहू, संतोषी पारा रायपुर निवासी अभिषेक साहू, आरंग रायपुर निवासी भोलाराम, अभनपुर निवासी नरेंद्र साहू, अभनपुर निवासी राकेश साहू, रोहित कुमार साहू और ढाल सिंह साहू को गिरफ्तार किया।
चर्च बनाकर धर्मांतरण कराए जाने की मिली थी सूचना
बजरंग दल के पदाधिकारियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि यहां एक मकान में चर्च बनाकर पादरी के द्वारा लोगों को धर्मांतरण कराया जा रहा है। सूचना मिलते ही बजरंग दल के अंकित द्विवेदी, मयंक यादव, ललित देवांगन अपने साथियों के साथ वहां विरोध जताने पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि विशेष धर्म के अनुयायियों द्वारा लाभ का लालच देकर दूसरे धर्म के भोले भाले लोगों को धर्मांतरण करने के लिए भ्रमित किया जा रहा है।
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