सनातन धर्म में पूजा-पाठ को एक विशेष महत्व दिया जाता है और नियमित पूजा-पाठ करने के लिए कुछ विशेष नियम भी बनाए गए है, जिसका पालन पूजा-पाठ करते समय कुछ लोग करते है और कुछ लोग नहीं भी करते है लेकिन इन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी माना जाता है लेकिन इन लियमों का पालन कुछ लोग ही कर पातो है हालांकि ये गलतियां लोगो से अंजाने में भी हो जाती हैं नियमित पूजा-पाठ से जुड़े नियम का वर्णन ज्योतिष में भी मिलता है और इन नियमों का पालन बिना किसी गलती के सही ढंग से किया जाए, तो पूजा-पाठ का पूर्ण फल प्राप्त होता है और लोगो के सभी संकट दूर हो जाते हैं।
नियमित पूजा-पाठ करते समय इन 3 बातो का जरूर रखें ध्यान
पूजा करने से पहले घर व मंदिर की सफाई जरूर करें
रोजाना पूजा करने से पहले पूरे घर की साफ-सफाई जरीर करनी चाहिए उसके बाद मंदिर को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में कभी भी धनसम्पत्ती और समृद्धि की कमी नही आती है। इसके साथ ही पूजा में पवित्रता का खास ध्यान रखना चाहिए, चाहे वो मन की पवित्रता हो या फिर घर की। इसलिए अपने घर को हमेशा साफ और शुध्द रखें और पूजा मंदिर को रंगोली व फूलों से सजाएं।
आसन पर बैठकर ही पूजा करें
कभी भी किसी भी तरह की पूजा को बिना आसन पर बैठे नहीं करनी चाहिए, क्योंकि कोई भी पूजा बिना आसन के पूर्ण नहीं मानी जाती है। इसलिए रोजाना होने वाली पूजा-पाठ के लिए एक साफ आसन जरूर रखें जो सिर्फ पूजा में प्रयोग किया जाए और उस आसन पर बैठकर ही पूजा करें। इसका वर्णन शास्त्रों में भी मिलता है। ऐसा माना जाता है कि खड़े रहकर या फिर आसन के बिना पूजा करने से पूजा फलदायी नहीं रहती है। इसलिए पूजा करने से पहले आसन पर जरूर बैठें।
पूजा के बाद आसन जरूर हटा दें
शास्त्रों कि मानें तो पूजा करने के बाद आसन को उस स्थान से जरूर हटा देना चाहिए, क्येंकि यदि पूजा के बाद आसन नहीं हटाते हैं तो ऐसा न करने पर पूजा में दोष लगता है। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपकी पूजा में किसी भी तरह का दोष ना लगे, तो पूजा के बाद आसन को हटा दें, जिसके लिए एक नियम भी है। आसन उठाने से पहले आसन के नीचे जल जरूर छिड़कें और उसके बाद आसन को उठाएं।
By Shalini Chourasiya