अध्ययन में दावा किया गया कि यदि कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन लेते हैं, तो जल्दी मौत का खतरा बढ़ जाता है, जबकि इसके उलट यदि कम वसा वाला खाना खाते हैं तो व्यक्ति की आयु बढ़ सकती है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए खानपान पर ध्यान देना जरूरी है। एक ताजा अध्ययन में दावा किया गया कि यदि कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन लेते हैं, तो जल्दी मौत का खतरा बढ़ जाता है, जबकि इसके उलट यदि कम वसा वाला खाना खाते हैं तो व्यक्ति की आयु बढ़ सकती है।
क्या कहता है अध्ययन?
यह अध्ययन चीन की यूनिवर्सिटी ऑफ पेकिंग, अमेरिका की हॉर्वर्ड और टुलाने विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। जिसमें बताया गया है कि इन दोनों ही प्रकार के खानपान का असर वजन और कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य पर होता है। कम वसा वाले खाने में साबुत अनाज, कम डेरी उत्पाद, फल-सब्जियां और दाल जैसी चीजें शामिल हैं। दूसरी ओर, कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार औसत आहार की तुलना में कार्बोहाइड्रेट की खपत को प्रतिबंधित करते हैं। अध्ययन में सामने आया कि कम फैट वाले खानपान से प्रति वर्ष मौत का खतरा 34 प्रतिशत तक कम होता है। जबकि कम कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट से मौत का जोखिम 38 फीसदी तक बढ़ गया। वहीं जिन लोगों ने केटो आहार लिया, उनमें मौत का खतरा अधिक कार्बोहाइड्रेट लेने वाले लोगों की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक था।
168