- अगर आप नियमित तरीके से टंक विद्या योग को करते है तो आपके शरीर में कई प्रकार के फायदे देखने के लिए मिलते है। शरीर में थायराइड हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है और फेफड़ों की क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
अच्छी सेहत के लिए खानपान पर ध्यान देना जितना जरूरी होता है उतना ही आपका नियमित योग करना। प्रकृति से जुड़ी इस क्रिया योग से व्यक्ति को शारीरिक औऱ मानसिक दोनों तरह के लाभ मिलते है इसलिए कहते हैं केवल खाना खा लेना सही नहीं व्यायाम और योग करना भी जरूरी है। इसे लेकर ही हम आपको टंक विद्या योग की जानकारी दे रहे है महिलाएं या पुरूष नियम करते हैं तो इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ थायराइड जैसी गंभीर बीमारी का असर कम होता है। चलिए जानते हैं टंक विद्या योग औऱ इसके फायदों के बारे में।
जानिए क्या होता है टंक विद्या योग
यहां पर योग के एक प्रकार टंक विद्या योग की बात की जाए तो, यह वहीं योग का एक प्रकार है जिसमें मुद्रा विशेष के आधार पर योग रखा जाता है। कई लोगों द्वारा इस योग को किया जाता है जिसके लाभ भी अद्भुत है इले लेकर आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने इसके अभ्यास करने के तरीके औऱ फायदों के बारे में जानकारी दी है। इसके आए परिणामों की मानें तो, इस अभ्यास को करने से आपके शरीर में थायराइड और आपके एनर्जी लेवल में सुधार देखने के लिए मिलता है वहीं पर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है।
जानिए टंक विद्या योग करने का तरीका
यहां पर घर में अगर आप टंक विद्या योग करने की सोच रहे है तो इसे करना बिल्कुल आसान है औऱ इसकी स्टेप्स से हम समझ सकते है।
1- पद्मासन या सुखासन में बैठने के बाद और दोनों हाथ ज्ञान मुद्रा में रखें।
2-दोनों नथुनों से गहरी सांस लें और कुछ देर तक रोककर रखें।
3- बिना मुंह खोले ओम के जाप के साथ सांस छोड़ें।
4- अपने सिर को ऊपर-नीचे इस तरह घुमाएं कि यह स्वरयंत्र पर दबाव डालें।
5- यह प्रक्रिया तब तक जारी रखनी चाहिए, जब तक कि सांस पूरी तरह से ठीक न हो जाए।
6-इसे दो या तीन बार किया जा सकता है।
जानिए टंक विद्या योग के फायदे
अगर आप नियमित तरीके से टंक विद्या योग को करते है तो आपके शरीर में कई प्रकार के फायदे देखने के लिए मिलते है। शरीर में थायराइड हेल्थ (हाशिमोटो, हाइपोथायराइड, ग्रेव्स, हाइपरथायराइड और यहां तक कि थायराइड नोड्यूल के लिए बहुत बढ़िया) को बेहतर बनाने में मदद करता है और फेफड़ों की क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। गहरी सांसें लेने और छोड़ने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और इम्यूनिटी मजबूत होती है।