(Antima) पूरे देश में गर्मी का कहर जारी है, इसी के साथ गर्मी में होने वाली बीमारिया भी बढ रही है. धूप के साथ गर्म हवा और गंदे खान,पान से भी लोग बीमार हो रहे है. एैसे में लोगों को अपना खास ख्याल रखना होगा. धूप में निकलने से पहले अपने सर को ढके, काले रंग के कपड़े पहन कर बाहर ना जाएं. हल्के रंग के कपड़े पहने जो पूरी बाजू के हो, धूप में रहने के कारण थकान या कमजोरी महसूस हो तो तुरंत पानी या नींबू पानी पीना चाहिए. तेज धूप में घर से बाहर निकलते समय काले चश्में का इस्तेमाल जरूर करे. खाने में मौंसमी फल खाए जैसे खीरा, कक़डी, कच्चे आम का पना, तरबूज, खरबूज व छाछ, लस्सी, बेल का शरबत या सत्तू का शरबत भी इस मौसम में काफी फायदेमंद होता है. दिन में कम से कम 8या10 गिलास पानी जरुर पीएं. घूप से वापस आए तो तरंत पानी ना पीए थोडी दे आराम करने के बाद पानी पाए. इस मौसम में खानें मे कम मसाले का इस्तेमाल करे, नमक का सेवन समान्य मात्रा में करें इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने मे मदद मिलता है. इसी लिए लोग चाहते है ना सहन होने वाली गर्मी जल्द से जल्द खत्म हो जाए. इस मौसम में हर इंसान यहा तक की पशु पंक्षीयों को भी मुश्किले झेलनी पड़ती है.
गर्मी में हो सकती है यह बीमारिया.
घमौरीया- गर्मी के मौसम में घमौरी होना आम बात है. शरीर पर छोटे-छोटे दाने निकल जाते है जो खुजली और दर्द भरे होते है आमतौर पर यह तब होता है जब आप गर्मी में ज्यादा टाइट कपड़े पहनते है. और शरीर के पोर्स लॉक हो गए हो उनसे पसीना ना निकल पा रहा हो. घमौरीया पेट, पीठ, कमर, गर्दन माथे व शरीर के आदि अंगो पे निकलती है.
बचाव- घमौरीया से बचने के लिए सूती या काटन के कपड़े पहने जिसे आप का शरीर भी सांस ले सकें. पसीना सुख जाने के बाद मुंह धुले या स्नान करे. नहाने के बाद शरीर अच्छे से सुखा ले फिर कपडे पहने.
निर्जलीकरण- गर्मी में पानी की कमी होना आम बात है हम जितना पानी पीते है उसे ज्यादा पसीनें और मल मूत्र के व्दारा शरीर से बाहर निकल जाता है. जिसके कारण शरीर में पानी शुगर और नमक का संतुलन बिगड़ जाता है. जिसे आप को बड़ी परेशानीयो. का सामना करना पडता है, सिरदर्द, ज्यादा प्यास लगना, थकान लगना, मुँह सुख जाना आदि.
बचाव- ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. निर्जलीकरण से बचने के लिए आप नींबू पानी, नारियल पानी शिकंजी या मौसमी फलो का सेवन ज्यादा करे.
140