प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए काम की खबर है। यह अभ्यर्थी 6 जून तक दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे। अभ्यर्थियों को सात जून को जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) के समक्ष दस्तावेज सत्यापन करवाना होगा। विभिन्न अभ्यर्थियों द्वारा किसी कारणवश दस्तावेज अपलोड नहीं किए जा सके हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को अंतिम अवसर दिया जा रहा है। सूची में उल्लेखित ऐसे अभ्यर्थियों को छह जून तक अपने दस्तावेज अपलोड करना होगा। इस निर्धारित अवधि में दस्तावेज अपलोड न करने पर अभ्यर्थिता अमान्य की जाएगी।
इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) ने शनिवार को आदेश जारी किए हैं। लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त ने बताया कि प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए 26 नवंबर 2022 को विज्ञापन जारी किया गया था। इसके संबंध में प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020के परीक्षा परिणाम 2022 के आधार पर वर्गवार रिक्तियों एवं प्रतीक्षा सूची के आधार पर दस्तावेज अपलोड एवं सत्यापन के लिए 23 मई को अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई है। 23 मई को जारी सूची में उल्लेखित सभी पात्र अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेज 27 मई तक अपलोड करने के लिए सूचित किया गया था। दस्तावेज अपलोड करने वाले अभ्यर्थियों को 7 जून 2023 को उनके द्वारा चयनित जिले में जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर ऑनलाइन अपलोड दस्तावेजों का सत्यापन करवाना होगा। 7 जून के बाद किसी भी अभ्यर्थी के दस्तावेजों का सत्यापन नहीं किया जा सकेगा एवं उनकी अभ्यर्थिता अमान्य की जाएगी।
शिक्षकों की अवकाश निरस्त, गैर हाजिर मिले तो होगी कार्रवाई :
स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के शिक्षकों के अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए हैं। वहीं आदेश के पालन न करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक लोकेश कुमार जागिड़ ने आदेश जारी कर कहा है कि वर्तमान में नामांकन का कार्य प्रगतिरत है, जिसके अंतर्गत स्कूल से बाहर बच्चे, पहली में नवप्रवेशी बच्च्े, निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी, अगली कक्षा में ट्रांजिशन करने वाले बच्चे आदि का नामांकन किया जाना है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में यथास्थिति प्रधानाध्यापक, शाला प्रभारी, शिक्षक रोजाना सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक स्कूल में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। ताकि नवीन नामांकन के इच्छुक विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कठिनाए न हो। इसके साथ ही जिले के अधिकारियों द्वारा रैण्डम तरीके से स्कूलों का भ्रमण किया जाए और अनुपस्थित पाए जाने पर संबंधित के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए 1 मई से 15 जून तक और शिक्षकों के लिए यह अवकाश एक मई से 1 से 9 जून तक था। दूसरी तरफ ग्रीष्मकालीन अवकाश निरस्त करने पर शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं।