पटना। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव जमीन के बदले नौकरी घोटाले के मामले में पूछताछ के लिए पटना में ईडी कार्यालय पहुंचे हैं। पटना में प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के बाहर राजद कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद से लगभग दस घंटे तक पूछताछ हुई। ईडी सूत्रों ने बताया कि जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में लालू प्रसाद से पूछताछ के लिए ईडी की टीम ने करीब 60 सवालों को सूचीबद्ध किया था।
जिसे बारी-बारी से लालू प्रसाद के सामने रखा गया। कुछ सवालों के जवाब लालू प्रसाद ने सहजता से दिए, जबकि कुछ जवाब यह कहकर टाल दिए कि उन्हें याद नहीं। पूछताछ का समय जैसे जैसे बढ़ रहा था ईडी कार्यालय के बाहर राजद समर्थकों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। शाम ढले सुरक्षा कारणों से प्रवर्तन निदेशालय के सीआरपीएफ जवानों की टुकड़ी को तैनात कर दिया गया। जिसके बाद राजद समर्थकों के बीच लालू प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर संशय होने लगा। राजद कार्यकर्ता हो-हल्ला करने लगे।
इतने बजे ईडी के दफ्तर पहुंच सकते हैं तेजस्वी
अब आज यानी कि मंगलवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को ईडी ने समन देकर बुलाया है। वहीं, नौकरी के बदले जमीन घोटाले पर, प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पुलिस हिरासत में एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी, जो पूर्व सीएम राबड़ी देवी की गौशाला का पूर्व कर्मचारी है। उसने एक कैंडिडेट से संपत्ति अर्जित की थी, जिसे बाद में लालू की बेटी हेमा यादव को ट्रांसफर कर दिया गया।