Home » सेंट्रल जेल के अधीक्षक विभागीय जांच में फंसे, प्रहरी ने लगाए थे आरोप

सेंट्रल जेल के अधीक्षक विभागीय जांच में फंसे, प्रहरी ने लगाए थे आरोप

भोपाल। भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे के खिलाफ आर्थिक अपराध ब्यूरो में हुई शिकायत के बाद विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। यह शिकायत उनके ही जेल प्रहरी दीपेश इंगले ने 23 दिसंबर 2023 को की थी। जिसमें उन्होंने जेल के गौशाला के दूध, चारे में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। साथ ही कहा था कि जेल के कारखाने और मालखाने से कई सामान अवैध रूप से बाहर भेजे जा रहे हैं। इसके लिए जेल में लगे CCTV फुटेज में भी गड़बड़ी की जाती है। मामले की जेल डीआईजी संजय पांडे जांच कर रहे हैं। उधर सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि प्रहरी दीपेश इंगले शिकायतों का आदी है।

एक बार उसने एक जेल अधिकारी की कार में तोड़फोड़ की थी। जिसकी मैंने जांच की, और उस मामले में उसे दंडित भी किया गया था। इसके बाद कैदी नदीम खान फरार हो गया था। वह इसी की कस्टडी में था। लेकिन, वह भोपाल सेंट्रल जेल में अटैचमेंट पर था। उसकी मूल पदस्थापना बरेली जेल में थी। ऐसे में मैने होशंगाबाद जेल अधीक्षक को उस पर कार्यवाही के लिए पत्र लिखा था। इन्हीं तमाम कारणों से उसने मेरे खिलाफ शिकायत की है। मुझ पर लगे भ्रष्टाचार के तमाम आरोप निराधार हैं।

हकीकत तो यह है कि पहले जेल में गौ शाला के लिए चारा 7 रुपए प्रति किलो के रेट में खरीदा जाता था।अब इसी चारे को 5.85 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाता है। भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे के खिलाफ आर्थिक अपराध ब्यूरो में हुई शिकायत के बाद विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। यह शिकायत उनके ही जेल प्रहरी दीपेश इंगले ने 23 दिसंबर 2023 को की थी। जिसमें उन्होंने जेल के गौशाला के दूध, चारे में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। साथ ही कहा था कि जेल के कारखाने और मालखाने से कई सामान अवैध रूप से बाहर भेजे जा रहे हैं।

इसके लिए जेल में लगे CCTV फुटेज में भी गड़बड़ी की जाती है। मामले की जेल डीआईजी संजय पांडे जांच कर रहे हैं। उधर सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि प्रहरी दीपेश इंगले शिकायतों का आदी है। एक बार उसने एक जेल अधिकारी की कार में तोड़फोड़ की थी। जिसकी मैंने जांच की, और उस मामले में उसे दंडित भी किया गया था। इसके बाद कैदी नदीम खान फरार हो गया था। वह इसी की कस्टडी में था। लेकिन, वह भोपाल सेंट्रल जेल में अटैचमेंट पर था।

उसकी मूल पदस्थापना बरेली जेल में थी। ऐसे में मैने होशंगाबाद जेल अधीक्षक को उस पर कार्यवाही के लिए पत्र लिखा था। इन्हीं तमाम कारणों से उसने मेरे खिलाफ शिकायत की है। मुझ पर लगे भ्रष्टाचार के तमाम आरोप निराधार हैं। हकीकत तो यह है कि पहले जेल में गौ शाला के लिए चारा 7 रुपए प्रति किलो के रेट में खरीदा जाता था। अब इसी चारे को 5.85 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाता है।

Related News

Swadesh Bhopal group of newspapers has its editions from Bhopal, Raipur, Bilaspur, Jabalpur and Sagar in madhya pradesh (India). Swadesh.in is news portal and web TV.

@2023 – All Right Reserved. Designed and Developed by Sortd