प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक दिवसीय ‘धर्म-संवाद ‘ हुआ
प्रदेश कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ का आयोजन
भोपाल। भारत की सबसे बड़ी शक्ति आध्यात्मिक शक्ति है जो समाज के लोगों को जोड़ती है। मंदिर का पुजारी समाज का सेवक होता है और वहीं समाज की मूल भावना आध्यामिकता की ओर लोगों को जोडऩे का काम करता है। हम मंदिर जाते हैं, पूजा पाठ करते है तो कुछ लोगों के पेट में दर्द होता है। क्या हिन्दू धर्म का ठेका भाजपा ने ही लिया है। हमारे देश की आध्यात्मिक शक्ति देश की संस्कृति से जुड़ी हुई हैं और हमारे देश की संस्कृति के कारण ही सभी वर्ग के लोगों एक झंडे के नीचे एक साथ खड़े हैं।
हमें हमारी संस्कृति की रक्षा करने के लिए संस्कृति का रक्षक बनाना है, ताकि आने वाली पीढिय़ा सुरक्षित रह सकें। मंदिर का पुजारी समाज का सेवक होता है, आप सब को देश की आध्यात्मिक शक्ति को और अधिक मजबूत बनाना होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को मप्र कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के तत्वाधान में आयोजित धर्म-संवाद, मंदिर पुजारी स्वायत्तता संकल्प दिवस कार्यशाला में मप्र कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुये यह बात कहीं।
इसके पूर्व कमलनाथ ने कार्यालय में राम दरबार की तस्वीर पर पूजन-अर्चन कर दीप प्रज्ज्वलित किया।
राजीव गांधी ने खुलवाया था राम मंदिर का ताला
कमलनाथ ने कहा कि आध्यात्मिक कार्यों से भारत की नींव जुड़ी हुई है। राजनीति और धर्म दोंनो अलग-अलग हैं। भारत की पहचान ही आध्यात्मिक कार्यों से है, जो सामाजिक मूल्यों से और भावनाओं से जुड़ी है। हमारे देश में इतनी जातियां, इतने धर्म और इतने देवी-देवता है, लेकिन हम देश की संस्कृति से जुड़े होने के कारण एक है। भाजपा चुनाव में राममंदिर का मुद्दा लेकर आती है, क्या हम नहीं चाहते कि राम मंदिर बने, आपको ज्ञात हो कि राजीव गांधी ने ही अयोध्या के मंदिर का ताला खुलवाया था।
मुझे आज की नयी पीढ़ी की चिंता है, जो सामाजिक मूल्यों और आध्यामिक भावनाओं को छोड़ वाट्सएप और इंटरनेट पर ज्यादा ध्यान देते हैं, आपको इस नयी पीढ़ी को आध्यात्म की ओर आकर्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि महंतों, पुजारियों को आध्यात्म को बढ़ाने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए। आप देश की संस्कृति के रक्षक है। एक तरह से आप समाज का नेतृत्व करते हैं।
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्षत्रय चंद्रप्रभाष शेखर, राजीव सिंह, समस्त प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया, प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष ओंकारदास वैष्णव, महामंडलेश्वर सोनू महाराज, विधायक पीसी शर्मा, राजेश शर्मा सहित प्रदेश भर से आये प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
Spiritual power is linked to the spirit of the people: Kamal Nath.