भोपाल। सागर जिले की सुरखी से विधायक रहीं पारुल साहू ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाली हैं। पारुल साहू ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पारुल साहू सुरखी से 2013 में भाजपा की विधायक चुनी गई थीं, लेकिन 2018 में वे चुनाव हार गईं। 2023 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया और सुरखी से मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को ही प्रत्याशी बनाया। दरअसल गोविंद सिंह राजपूत कांग्रेस छोड़कर 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे। गोविंद सिंह राजपूत वर्तमान में प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।
अब लोकसभा चुनाव चल रहा है और भाजपा न्यू ज्वाइनिंग कमेटी बनाकर कांग्रेस सहित अन्य दलों के ऐसे नेताओं को भाजपा में शामिल करा रहे हें, जो भाजपा की विचारधारा रखते हैं। चूंकि पारुल साहू पहले भाजपा में ही रही हैं और भाजपा ने उन्हें विधायक भी बनाया था। ऐसे में पारुल साहू का मोह कांग्रेस पार्टी से भंग हो चुका है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजे अपने इस्तीफे में सिंगल लाइन में पार्टी छोडऩा लिखा है।
जब कांग्रेस पार्टी के बड़े-बड़े नेता लगातार पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं, और पारुल साहू तो पहले भाजपा में ही रहीं हैं। ऐसे में तो यह बात स्पष्ट हो जाती है कि पारुल साहू भी जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकती हैं। हालांकि पारुल साहू ने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है कि वह आगे क्या करेंगी।