भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जनार्दन मिश्र और सतना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह के समर्थन में कई नगरों व ग्रामों में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पूर्वमुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, मैडम सोनिया और राहुल गांधी में इतनी हिम्मत ही नहीं है कि, रायबरेली से चुनाव लड़ सकें। राहुल बाबा अपना क्षेत्र छोड़कर अमेठी से वायनाड चले गए हैं। जो नेता खुद जीतने में सक्षम नहीं वो कांग्रेस को क्या जिताएंगे। कांग्रेस में न नीति है, न नीयत और न ही नेतृत्व है। इनके गलत फैसलों के कारण कांग्रेस लगातार गतज़् में जा रही है। कांग्रेस का विसजज़्न तय है। उन्होंने कहा कि, दो बातें और भी तय है, एक तो मोदी जी का तीसरी बार धूम-धाम से जीतना तय है और दूसरा अबकी बार 400 पार तय है।
इटली की भाषा में नहीं समझा सकते
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, राहुल गांधी कह रहे थे कि, घोषणा पत्र में भाजपा ने गरीबों का जिक्र ही नहीं किया है। राहुल जी घोषणा पत्र हमने हिंदी में लिखा है, अब तुम्हे हिंदी पढऩी नहीं आती तो हम क्या करें, अगर हिंदी नहीं आती तो अंग्रेजी में पढ़ लो, अब अंग्रेजी भी समझ में नहीं आती तो अब हम इटली की भाषा में तो नहीं समझा सकते हैं। ये प्रधानमंत्री मोदी जी हैं जिन्होंने कहा कि, लगातर 5 सालों तक हर गरीब को नि:शुल्क राशन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि, भाजपा केवल देश और जनता की सेवा के लिए है। राजनीति कोई धंधा नहीं है। जनता की सेवा ही हमारे लिए भगवान की पूजा है। मैं मैया से एक ही चीज मांगता हूं, मां मुझे धन, बल, विद्या, स्वर्ग और मुक्ति नहीं चाहिए, बस इतना करना कि, मेरे मरने के बाद मुझे बार-बार इसी जनता के बीच पैदा करना ताकी इनकी सेवा कर सकूं।
राहुल वामपंथियों के बंधक
पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर साधा निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी वामपंथियों के बंधक हैं। राहुल, भारत की मूल धारा, विचार और संस्कारों को नहीं जानते हैं । आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का कांग्रेस विरोध करती है। कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक का विरोध करती है। कश्मीर से धारा 370 हटने का भी कांग्रेस विरोध करती है ।कांग्रेस के सर्वोच्च नेताओं में चुनाव लडऩे की हिम्मत नहीं है, सोनिया गांधी ने रायबरेली से पलायन कर लिया है, राहुल गांधी, अपना क्षेत्र छोड़कर वायनाड चले गए। राहुल जहां जाते हैं दूसरी पार्टियों के वोट बढ़ जाते हैं। जो नेता खुद नहीं जीतने में सक्षम नहीं वो कांग्रेस को क्या जिताएंगे ?