- हमारी नारी शक्ति का आशीर्वाद… भरोसा, स्नेह, ये सब बहुत ही विनम्र अनुभव था।
- मेरे भीतर एक वैराग्य की भावना पनपने लगी… मेरा मन बाहरी दुनिया से पूरी तरह से अलग हो गया।”
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे कल यानी मंगलवार को आएंगे। उससे पहले पीएम मोदी ने देशवासियों के नाम लेख साझा किया है। वोटिंग के अंतिम चरण से पहले पीएम कन्याकुमारी में तीन दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर गए थे, जहां उन्होंने ध्यान साधना की। वो 2 जून को दिल्ली लौटे और इसी दौरान उन्होंने अपने ध्यान से जुड़े अनुभवों को लेख के माध्यम से बताया है।
सारे राजनीतिक हमले शून्य में विलीन हुए
”यह स्वाभाविक है कि चुनावों का उत्साह मेरे दिल और दिमाग में गूंज रहा था। रैलियों और रोड शो में दिख रहे लोगों की भीड़ मेरी आंखों के सामने आ गई। हमारी नारी शक्ति का आशीर्वाद… भरोसा, स्नेह, ये सब बहुत ही विनम्र अनुभव था। मेरी आंखें नम हो रही थीं… मैं ‘साधना’ में प्रवेश कर गया और फिर गरमागरम राजनीतिक बहसें, हमले और जवाबी हमले, आरोपों की आवाजें और शब्द जो एक चुनाव की खासियत हैं… ये सब एक शून्य में विलीन हो गए।
पीएम ने आगे कहा, ”इतने बड़े दायित्वों के बीच ऐसी साधना कठिन होती है, लेकिन कन्याकुमारी की भूमि और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा ने इसे सहज बना दिया।
पीएम ने कहा कि इस ध्यान साधना के बीच, मेरे मन में निरंतर भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, भारत के लक्ष्यों के लिए निरंतर विचार उमड़ रहे थे। कन्याकुमारी के उगते हुए सूर्य ने मेरे विचारों को नई ऊंचाई दी, सागर की विशालता ने मेरे विचारों को विस्तार दिया और क्षितिज के विस्तार ने ब्रह्मांड की गहराई में समाई एकात्मकता का निरंतर ऐहसास कराया। ऐसा लग रहा था जैसे दशकों पहले हिमालय की गोद में किए गए चिंतन और अनुभव पुनर्जीवित हो रहे हों।