राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज (31 मार्च) को राजनेता लाल कृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर पहुँच कर सम्मानित किया। दरअसल, लालकृष्ण आडवाणी की खराब सेहत को देखते हुए यह फैसला लिया गया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। इससे पहले फरवरी में, पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि वरिष्ठ भाजपा नेता को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत के विकास में पूर्व केंद्रीय मंत्री का योगदान अविस्मरणीय है।
प्रधानमंत्री एक्स पर पोस्ट किया, मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी खुद को प्रतिष्ठित किया। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।
LK Advani : भाजपा के सबसे कद्दावर नेता जिन्होंने लिखी पार्टी के उत्थान की पटकथा
लालकृष्ण आडवाणी को व्यापक रूप से भाजपा के सबसे बड़े नेताओं में से एक के रूप में जाना जाता है,जिन्होंने पार्टी को गुमनामी से प्रमुखता तक पहुंचाया।1990 के दशक में उनकी रथ यात्रा के बाद ही भाजपा राष्ट्रीय राजनीति में उभरी थी। 1980 में पार्टी स्थापना के बाद से लालकृष्ण आडवाणी ने सबसे लंबे समय तक भाजपा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर में, लालकृष्ण आडवाणी प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का मंत्रिमंडल (1999-2004) पहले गृह मंत्री और बाद में उपप्रधान मंत्री रहे।