अयोध्या में श्रद्धालु अब राम मंदिर में भगवान राम के दर्शन के बाद वॉटर मेट्रो की सवारी का आनंद ले सकेंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, सरयू नदी में संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक जल मेट्रो चलेगी। इस सवारी की दूरी करीब 14 किमी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के वाराणसी से वॉटर मेट्रो का वर्चुअल उद्घाटन किया।
जानें जल मेट्रो की खासियत
- वॉटर मेट्रो पूरी तरह से वातानुकूलित है और इसमें एक बार में लगभग 50 यात्री यात्रा कर सकेंगे
- इस वॉटर मेट्रो का नाम कैटामरैन वेसल बोट है।
- वॉटर मेट्रो को चार्ज करने के लिए संत तुलसीदास घाट और गुप्तार घाट पर चार्जिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। एक बार चार्ज होने पर मेट्रो एक घंटे तक चलेगी।
यहाँ है भारत की पहली जल मेट्रो
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 25 अप्रैल को भारत की पहली जल मेट्रो का उद्घाटन किया था जो शहर के साथ निर्बाध कनेक्टिविटी के लिए बैटरी चालित इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नौकाओं के माध्यम से कोच्चि के आसपास 10 द्वीपों को जोड़ती है। कोच्चि के द्वीपों को मुख्य भूमि से जोड़ने वाली दुनिया की अपनी तरह की अनूठी परियोजना कोच्चि वॉटर मेट्रो सेवा शुरू करने के लिए तैयार है। देश की पहली जल मेट्रो सेवा कोच्चि और उसके आसपास के लोगों और दुनिया भर के पर्यटकों को सुरक्षित, सस्ती और जेब के अनुकूल यात्रा प्रदान करेगी।