भारत के 75वें गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर जमीन से लेकर आसमान तक मुख्य आकर्षण ‘नारी शक्ति’ रही। बीतें दिन शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी के कर्तव्य पथ पर निकली। इस झांकी में पहली बार तीनों सेनाओं की तरफ से पूरी तरह से महिला दल ने परेड में भाग लिया और भारतीय वायु सेना अर्धसैनिक बलों, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और अन्य संगठनों की झांकियों ने भी अपने-अपने महिलाओं के हाथों में कमान दी।
16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों ने किया प्रदर्शन
75वे गणतंत्र दिवस परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों ने हिस्सा लिया। जिसकी इस साल थीम ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ (भारत-लोकतंत्र की जननी) थी। गणतंत्र दिवस की 90 मिनट परेड में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन मुख्य अतिथि रहे। इसके साथ 95 सैनिकों की एक फ्रांसीसी सैन्य टुकड़ी और 30 सदस्यीय फ्रांसीसी बैंड टुकड़ी ने भी परेड में हिस्सा लिया। गणतंत्र दिवस की यह परेड भारतीय वायुसेना के 46 विमानों के फ्लाईपास्ट के साथ समाप्त हुई।
सांस्कृतिक झांकी ने बढ़ाई शान
इस साल परेड की थीम ‘नारी शक्ति की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति – संकल्प से सिद्धि’ को प्रदर्शित करते हुए, ‘वंदे भारतम-नारी शक्ति’ के बैनर तले 1,500 नर्तकियों के एक समूह ने परेड की शोभा बढ़ाई। जिसमें 30 विशिष्ट लोक नृत्य शैलियों को दर्शाया गया, जिनमें कुचिपुड़ी, कथक, भरतनाट्यम, सत्रिया, मोहिनीअट्टम, ओडिसी, मणिपुरी, समकालीन शास्त्रीय नृत्य और हिंदी और अन्य भारतीय भाषा की फिल्मों से प्रेरित नृत्य शामिल हुई।
पुरुष दस्ते का दिव्या त्यागी ने किया नेतृत्व
इस साल बेहद ख़ास यह रहा कि बॉम्बे सैपर्स के इतिहास में पहली बार इसके पुरुष दस्ते का नेतृत्व महिला अधिकारी 31 वर्षीय मेजर दिव्या त्यागी ने किया। इसी तरह लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा ने ‘स्वाति रडार’ और पिनाका रॉकेट प्रणाली का नेतृत्व किया। वहीं, 260 से अधिक महिलाकर्मियों ने मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान साहसी करतब दिखाकर देश की ‘नारी शक्ति’ का प्रदर्शन किया।