- जयशंकर ने कहा, ”सिर्फ आम हित में नहीं, मेरा मानना है कि यह चीन के हित में भी है।
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस स्थिति से किसी भी देश को कोई फायदा नहीं हुआ है। एक पैनल चर्चा में बोलते हुए जयशंकर ने तनावपूर्ण भारत-चीन संबंधों और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बलों को कम करने और मौजूदा समझौतों को बनाए रखने की आवश्यकता को संबोधित किया। मेरा मानना है कि यह है जयशंकर ने कहा, ”सिर्फ आम हित में नहीं, मेरा मानना है कि यह चीन के हित में भी है। पिछले चार वर्षों से हमने जो तनाव देखा है, उससे हम दोनों को कोई फायदा नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हम इसे सुलझा लेंगे, मैं वास्तव में मानता हूं कि यह हम दोनों के लिए अच्छा है। मैं अभी भी निष्पक्ष, उचित परिणाम खोजने के लिए प्रतिबद्ध हूं। लेकिन जो समझौतों का सम्मान करता है वह वास्तविक नियंत्रण रेखा को मान्यता देता है और इसकी मांग नहीं करता है। यथास्थिति को बदलने के लिए। मुझे लगता है कि यह हम दोनों के लिए अच्छा होगा।
भारत और चीन ने गतिरोध को हल करने के लिए राजनयिक और उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के कई दौर में भाग लिया है, लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिली है। दोनों पक्ष ज़मीन पर “शांति और शांति” बनाए रखने पर सहमत हुए हैं।