- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने में बड़ी भूमिका निभाई है।
नई दिल्ली । रूस और यूक्रेन के बीच की जंग को दो साल से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। वॉर कब खत्म होगी किसी को पता नहीं है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने में बड़ी भूमिका निभाई है। यानी पीएम मोदी दखल नहीं देते तो कीव नागासाकी और हिरोशिमा की तरह शमशान बन जाता है। कहा जा रहा है कि मोदी पुतिन को नहीं मनाते तो दुनिया का इतिहास-भूगोल सब बदल जाता।
यूक्रेन पर परमाणु हमले का पूरा मन बना लिया था। यानी नागासाकी और हिरोशिमा के बाद कीव पर दुनिया का तीसरा परमाणु हमला होने वाला था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप ने दुनिया में होने वाली इस विनाशलीला को रोक दिया। 2022 में यूक्रेन पर परमाणु हमले का प्लान रूस की तरफ से तैयार कर लिया गया था और व्लादिमीर पुतिन परमाणु हमले को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे थे। तब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से ये परमाणु हमला रुका था।
रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से कई बार बात की थी। उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के मौके पर, पीएम मोदी ने पुतिन से कहा था कि मैं जानता हूं कि आज का युग युद्ध का युग नहीं है।