न्यूयॉर्क। माता-पिता की सहमति के बिना 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का डाटा एकत्र करने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अमेरिका के करीब 33 राज्यों के अटॉर्नी जनरलों के समूह ने संघीय अदालत में सीलबंद शिकायत (भारत के संदर्भ में कुछ-कुछ चार्जशीट की तरह) में बताया कि मेटा इंक 2019 से ही 13 साल से कम उम्र के बच्चों के डाटा को गुपचुप तरीके से एकत्र करता आ रहा था। इस दौरान, उसने करीब 11 लाख बच्चों के स्थान, ईमेल, चैट, स्निपेट्स, फोटो व अन्य जानकारियां एकत्र कीं और उसे बाजार के हिसाब से लाभ के रूप में इस्तेमाल किया। ताजा शिकायत में कहा गया है, लाखों किशोरों के निजी डाटा मेटा के लिए ‘ओपन सिक्रेट’ की तरह हैं। मेटा ने गोपनीयता कानून का उल्लंघन किया है और यह बड़े संघीय अपराध की श्रेणी में आता है।
बढ़ सकती हैं मेटा की मुश्किलें
राज्य बनाम मेटा इंक के इस मामले में यदि मेटा पर आरोप साबित होता है तो मेटा को आर्थिक दंड के रूप में करोड़ों डॉलर या उससे अधिक का सामना करना पड़ सकता है।
इन राज्यों ने दर्ज कराई शिकायत
गौरतलब है कि मार्क जुकरबर्ग के स्वामित्व वाली इस कंपनी के खिलाफ पिछले महीने कैलिफोर्निया की उत्तरी जिला अदालत में मुकदमा दायर किया गया था। इसमें कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क, कोलराडो जैसे राज्य शामिल थे। मेटा पर आरोप लगा था कि उसने जानबूझकर ऐसे फीचर तैयार किए, जिनसे बच्चों को लाइक्स की लत लग सके। हालांकि, मेटा ने दावा किया कि उसके प्लेटफॉर्म सुरक्षित हैं। यह निराशाजनक है कि राज्यों ने उसके साथ काम करने के बजाए अदालत का रास्ता चुना।