- भारत ने भी पड़ोसी मुल्क के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने पर जोर दिया है।
- हमारे देश के परियोजनाओं ने मालदीव के लोगों के जीवन को लाभान्वित किया है।
नई दिल्ली। भारत विरोधी बयान देने वाले मालदीव के नेताओं को अपनी गलती का अहसास होने लगा है। पिछले कुछ दिनों पहले मालवदीव के के विदेश मंत्री ज़मीर ने कहा था कि जो हुआ, वह सरकार का विचार नहीं है और हमारा मानना है कि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। वहीं, भारत ने भी पड़ोसी मुल्क के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने पर जोर दिया है।
भारत ने मालदीव पर किया अहसान…
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध आपसी हितों और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है। वहीं, एस जयशंकर ने मालदीव पर भारत की ओर से किए गए अहसान का भी याद दिलाया। विदेश मंत्री ने कहा कि मालदीव के विकास में भारत ने अहम योगदान निभाया है। हमारे देश के परियोजनाओं ने मालदीव के लोगों के जीवन को लाभान्वित किया है। भारत की वजह से मालदीव के जीवन की गुणवत्ता बढ़ी है।
भारत दौरे पर आए मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोनों देशों के रिश्तों के बेहतर बनाने के लिए प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। एस जयशंकर ने कहा,” जहां तक भारत का सवाल है, हमारी पड़ोसी प्रथम नीति और सागर नीति के तहत यह बैठक दोनों देशों के संबंध को बेहतर बनाएगी।