भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट तेज गेंदबाज आकाश दीप के लिए जीवन बदलने वाला साबित हुआ। आकाश ने रांची में हुए अपने बहुप्रतीक्षित डेब्यू टेस्ट में 7 ओवर में 24 रन देकर तीन विकेट चटकाए। लेकिन देश के इस तेज गेंदबाज के लिए सब कुछ इतना आसान नहीं था, जीवन में तमाम संघर्षों के बीच कुछ साल पहले आर्थिक तंगी के कारण गुजारा करने के लिए क्रिकेट छोड़ना पड़ा था।
6 महीने में पिता-भाई को गंवाया
बिहार के सासाराम के रहने वाले आकाश दीप को शुरुआत से ही क्रिकेट खेलने का बेहद शौक था लेकिन उनके पिता उन्हें सपोर्ट नहीं करते थे। लेकिन नौकरी खोजने के बहाने दुर्गापुर चले गए और अंततः उनके एक चाचा ने उसका समर्थन किया। जिसके बाद वह एक स्थानीय अकादमी में शामिल हो गए जहां उन्होंने अपनी गति से कई लोगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया। लेकिन, इससे पहले कि आकाश अपनी प्रतिभा को कुछ बड़ा कर पाते, उनके पिता को दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। पिता की मृत्यु के दो महीने बाद आकाश के बड़े भाई की भी मृत्यु हो गई।
घर चलाने के लिए 3 साल तक क्रिकेट छोड़ा
इस दुर्घटना के बाद आकाश के परिवार में एक बड़ा संकट पैदा कर दिया, घर में पैसे भी नहीं थे। अपनी मां की देखभाल के लिए आकाश को तीन साल के लिए क्रिकेट खेलना बंद करना पड़ा और घर चलाने के लिए पैसे कमाने पड़े। आकाश ने अपने जीवन की दिशा बदलने की कोशिश की लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका प्यार उन्हें अधिक समय तक खेल से दूर नहीं रख सका। वह दुर्गापुर लौट आए, और फिर अंततः कोलकाता चले गए, जहां वह पहले अपने चचेरे भाई के साथ एक छोटे से किराए के कमरे में रहने लगे।
इसके बाद आकाश बंगाल अंडर-23 टीम में शामिल हो गए और 2019 में पदार्पण किया। इसके बाद इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आई, जिसने आईपीएल 2022 सीज़न से पहले उन्हें साइन किया। 23 फरवरी, 2024 को आकाश दीप टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए खेलने वाले 313वें खिलाड़ी बने।