- राजस्थान ने हर बार भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है।
- कांग्रेस होती, तो जम्मू कश्मीर में आज भी हमारी सेनाओं पर पत्थर चल रहे होते।
- कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है।
जयपुर। लोकसभा चुनाव से पहले देश भर में नेताओं के लगातार दौरे चल रहे हैं, तो वहीं पीएम मोदी के भी अलग-अलग राज्यों में लगातार दौरे हो रहे हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी मंगलवार को राजस्थान दौरे पर पहुंचे। राजस्थान में दूसरे चरण के चुनाव का प्रचार 24 अप्रैल बुधवार को शाम 6 बजे समाप्त हो जाएगा। इस वजह से पीएम मोदी आज राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर पहुंचे हुए हैं। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान ने हर बार भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है। आज रामभक्त हनुमान जी की जयंती का पवित्र दिन है। पूरे देश को हनुमान जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। पीएम ने बजरंग बली के जयकारे लगाए।
कांग्रेस पर साधा निशाना
साल 2014 में आपने मोदी को दिल्ली में सेवा का अवसर दिया। फिर देश ने वो फैसले लिए जिनकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। कांग्रेस होती, तो न ही हमारे फौजियों के लिए वन रैंक-वन पेंशन लागू होती और न ही हमारे पूर्व सैनिकों को 1 लाख करोड़ रुपये मिलते। पीएम मोदी ने कहा कि टोंक में किन असामाजिक तत्वों के कारण यहां की इंडस्ट्री बंद हो गई, ये भी आप जानते हैं। लेकिन, आपने हमारे भजनलाल जी को सेवा करने का मौका दिया है।
कांग्रेस राज में हनुमान चलीसा सुनना गुनाह
आज हनुमान जयंती पर आपसे बात करते हुए मुझे कुछ दिन पहले की एक तस्वीर भी याद आ रही है। कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटक में एक छोटे दुकानदार को केवल इसलिए बुरी तरह से पीटा गया, क्योंकि वो अपनी दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने तो राम-राम सा कहने वाले राजस्थान में रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था। कांग्रेस ने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया था। इसी कांग्रेस पार्टी ने तुष्टिकरण के लिए मालपुरा, करौली, टोंक और जोधपुर को दंगों की आग में झोंक दिया था।
कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर उठाए सवाल
2-3 दिन पहले मैंने कांग्रेस की इस वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश किया था। इससे कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम को इतनी मिर्ची लगी है कि वो हर तरफ मुझे गालियां देने में जुटे हैं। कांग्रेस वोटबैंक पॉलिटिक्स के दलदल में इतना धंसी हुई है कि उसे बाबा साहेब के संविधान की भी परवाह नहीं है। कांग्रेस के मेनिफेस्टो में लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे, हमारी माताओं-बहनों के पास जो मंगलसूत्र होता है उसका सर्वे करेंगे। फिर उनके एक नेता ने तो यहां तक कहा कि एक्स रे किया जाएगा। पीएम ने कहा कि साल 2011 में कांग्रेस ने इसे पूरे देश में लागू करने की कोशिश की। एससी/एसटी और ओबीसी को मिला हुआ अधिकार छीनकर, वोटबैंक की राजनीति के लिए औरों को देने का खेल किया। कांग्रेस ने इतने प्रयास ये जानते हुए किए कि ये सब संविधान की मूल भावना के खिलाफ था।
मुस्मिलों को आरक्षण देना चाहती थी कांग्रेस
सच्चाई ये है कि कांग्रेस और इंडिया अलायंस जब सत्ता में था, तो ये लोग दलितों-पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करके अपने खास वोटबैंक को अलग से आरक्षण देना चाहते थे। जबकि संविधान इसके बिल्कुल खिलाफ है। आरक्षण का जो हक बाबा साहेब ने दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को दिया, कांग्रेस और इंडिया अलायंस वाले उसे मजहब के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते थे। पीएम ने कहा कि कांग्रेस की इन साजिशों के बीच मोदी आज आपको खुले मंच से गारंटी दे रहा है कि दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण न खत्म होगा और न ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा।