दुनियाभर में 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर के श्रमिकों की आवाज को बुलंद करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। दुनिया भर में इस दिन को 1 मई 1889 को मान्यता दी गई थी, जबकि भारत में इस दिन की शुरुआत सबसे पहले 1923 में चेन्नई में हुई थी। और इस दिन को मान्यता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार कार्यकर्ताओं को सम्मानित कर चुके हैं। हमने ऐसे कई अवसर देखें जब पीएम मोदी देश के श्रमिकों पर फूल बरसाते और उनके पैर भी धोते दिखे।
जब पीएम ने श्रमिकों के सम्मान में धोए पैर
2019 में प्रयागराज में भव्य पैमाने पर कुंभ का आयोजन हुआ था। इस कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने सफाई कर्मियों के पैर धोये। पीएम मोदी ने कहा था कि स्वच्छ कुंभ के आयोजन में इन सफाई कर्मियों का अहम योगदान था। ऐसा करने के पीछे पीएम का मकसद सफाई कर्मियों के प्रति लोगों की सोच में बदलाव के तौर पर भी देखा गया। पीएम के इस कदम का असर 2019 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला।
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श्रमिकों पर की पुष्पवर्षा
दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी कॉरिडोर के निर्माण में लगे श्रमिकों को सम्मानित किया था। उन्होंने कॉरिडोर का निर्माण कर रहे श्रमिकों पर फूल बरसाए और उनके साथ दोपहर का भोजन भी किया। इसके बाद पीएम मोदी ने श्रमिकों के साथ जमीन पर बैठकर फोटो सेशन भी किया।
श्रमिक नई संसद के बने विशेष अतिथि
हाल ही में देश के नए संसद भवन का निर्माण पूरा हुआ है। नई संसद के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने इसका निर्माण करने वाले मजदूरों से मुलाकात की। उन्होंने 11 मजदूरों को सम्मानित भी किया। इतना ही नहीं, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे निर्माण श्रमिकों को भी पीएम मोदी ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। समारोह के बाद पीएम श्रमिकों का सम्मान करने उनके पास गए और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
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राम मंदिर के मजदूरों का सम्मान
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन किया गया। पीएम मोदी ने इस मंदिर का निर्माण करने वाले श्रमिकों को भी सम्मानित किया। राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के बाद पीएम मोदी ने मंदिर निर्माण में लगे श्रमिकों का सम्मान किया और उन पर फूल बरसाए।