- आतंकवाद और अफगानिस्तान-पाकिस्तान से इतर क्षेत्रों में आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात हुई।
- दोनों देशों के संयुक्त कार्यसमूह के बीच इस साल आतंकवाद के मुद्दे पर पांचवीं बैठक थी।
नई दिल्ली। भारत और कजाखस्तान के बीच आतंकवाद संबंधी चुनौतियों को लेकर अहम बैठक हुई, जिसमें दक्षिण एशिया में सीमापार आतंकवाद, राज्य प्रायोजित आतंकवाद और अफगानिस्तान-पाकिस्तान से इतर क्षेत्रों में आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात हुई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है। यह बैठक कजाखस्तान के अस्ताना में हुई। भारत की तरफ से इस बैठक का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव केडी देवल ने किया। वहीं कजाखस्तान के दल का नेतृत्व कजाखस्तान के विदेश मंत्रालय के राजदूत तलगत कालियेव ने किया। यह दोनों देशों के संयुक्त कार्यसमूह के बीच इस साल आतंकवाद के मुद्दे पर पांचवीं बैठक थी।
भारत-लक्जमबर्ग के बीच दिल्ली में हुई बैठक
भारत-लक्जमबर्ग के बीच दूसरी विदेश विभाग की औपचारिक बैठक हुई। यह बैठक मंगलवार को दिल्ली में हुई। इस बैठक में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के साथ ही भारत-यूरोप के मुक्त व्यापार समझौते के आपसी फायदों पर भी बात हुई। दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक सहयोग पर दोनों देशों ने खुशी जताई, साथ ही वित्त, स्टील, अंतरिक्ष, आईटी, इनोवेशन, स्टार्टअप, मैन्युफैक्चरिंग, स्वास्थ्य, अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन से मिलकर निपटने की योजनाओं पर भी चर्चा हुई। भारत की तरफ से इस बैठक का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) पवन कपूर ने और लक्जमबर्ग की तरफ से वहां के विदेश विभाग के महासचिव जीन ओलिंगर ने किया।
इस्राइल में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत अलर्ट
भारतीय कामगारों का पहला जत्था दोनों देशों की सरकारों के बीच हुई समझौते के तहत इस्राइल पहुंच गया है। भारत सरकार ने इस्राइल सरकार से भारतीय कामगारों की सुरक्षा को गंभीरता से लेने की अपील की थी। कुछ समय पहले हरियाणा के रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में 10 हजार भारतीय कामगारों को इस्राइल भेजने की भर्ती की शुरुआत हुई थी। बीती 4 अप्रैल को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया था कि इस्राइल में 4 हजार भारतीय कामगार मौजूद हैं।