- वाराणसी की एक अदालत ने ‘व्यास जी का तहखाना’ में पूजा की इजाजत दे दी।
- ‘व्यास जी का तहखाना’ खोल दिया गया और वहां प्रार्थना की जा रही है।
वाराणसी। तीन दशक पहले बंद कर दी गई प्रथा को फिर से शुरू करने की अनुमति देने वाले अदालत के आदेश के बाद भक्त शुक्रवार सुबह वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में एकत्र हुए और भजन गाए। बुधवार को वाराणसी की एक अदालत ने ‘व्यास जी का तहखाना’ में पूजा की इजाजत दे दी। कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए परिसर के आसपास भारी सुरक्षा भी तैनात की गई थी, क्योंकि अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने मुसलमानों से शुक्रवार को अपनी दुकानें और व्यवसाय बंद रखने और अपने-अपने शहरों और क्षेत्रों में विशेष जुमा नमाज अदा करने की अपील की है।
भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हिंदू श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी ज्ञानवापी परिसर में पूजा-अर्चना की। वाराणसी की एक अदालत द्वारा बुधवार को ‘व्यास जी का तहखाना’ में पूजा की अनुमति दिए जाने के बाद, शुरुआत में, आधी रात की आरती और पूजा गुरुवार को की गई। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए वकील सोहन लाल आर्य ने कहा कि जिला न्यायाधीश के आदेश से ‘व्यास जी का तहखाना’ खोल दिया गया और वहां प्रार्थना की जा रही है। यह प्रार्थना का दूसरा दिन है। लोगों में काफी उत्साह है।
ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में हिंदू पूजा से नाखुश मुस्लिम पक्ष ने आज वाराणसी में ‘बंद’ का ऐलान किया है और कहा है कि वे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी करेंगे। नमाज के मद्देनजर अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने मुसलमानों से अपनी दुकानें और व्यवसाय बंद रखने की अपील की है। गुरुवार शाम को संगठन के महासचिव अब्दुल बातिन नोमानी ने देश भर के मुसलमानों से अपने-अपने शहरों और क्षेत्रों में विशेष प्रार्थना की व्यवस्था करने का आग्रह किया।