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- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा अन्य यात्राओं से अलग है।
- विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले नौ सालों में कई देशों ने भारत द्वारा शुरू किए गए प्रयासों से अपने देश में बड़े बदलाव किए हैं।
नई दिल्ली । विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने हाल में में हुए प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे पर चर्चा देते हुए बताया कि आखिर कैसे उनकी यह यात्रा बाकी यात्राओं से अलग थी। दरअसल, 21 से 24 जून तक प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका दौरे पर थे, जिस दौरान विदेश मंत्री एस.जयशंकर भी उनके साथ मौजूद रहे थे। एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका दौरे को लेकर कहा, “अगर आप पीएम मोदी की हालिया अमेरिकी यात्रा देखें, तो आपको पता लगेगा कि कई प्रधानमंत्रियों ने अमेरिका दौरा किया होगा, लेकिन पीएम मोदी की यह यात्रा अलग थी। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि पीएम मोदी की एक अलग छवि है। उनकी छवि हर देश में काफी अलग हो चुकी है, लोकतांत्रिक देशों में उन्होंने अपनी खास छाप छोड़ी है।”
वैश्विक स्तर पर दिखाई देता है प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों का असर
विदेश मंत्री ने कहा, “पीएम मोदी एक वरिष्ठ, अनुभवी और विश्वसनीय नेता हैं। जब पीएम मोदी कुछ प्रयास करते हैं या कोई पद लेते हैं, तो इसका असर वैश्विक राजनीति में दिखाई देता है। पिछले 9 वर्षों में, बड़े-बड़े देशों में भारत द्वारा शुरू किए गए प्रयासों से दुनिया में बड़े बदलाव देखे गए हैं।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “2015 में पीएम मोदी ने प्रस्ताव रखा था कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाए, जिसका असर दिखा और आज यह वाकई में वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है।”
चुनिंदा लोगों ने अमेरिकी कांग्रेस को किया संबोधित
एस.जयशंकर ने बताया कि 1985 में पीएम राजीव गांधी, 2009 में पीएम मनमोहन सिंह और 2014 में पीएम मोदी की यात्रा भारत और अमेरिका के रिश्ते को आकार देने के लिहाज से काफी अहम रही। उन्होंने कहा, “भारत के साथ अमेरिका के संबंध एक अलग ऊंचाइयों तक पहुंच गए हैं। पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने वाले पहले भारतीय पीएम हैं। यह मौका केवल चुनिंदा लोगों को मिला है, जिसमें नेल्सन मंडेला, विंस्टन चर्चिल और बेंजामिन नेतन्याहू शामिल हैं।