- असम में 12 तो मणिपुर में तीन लोगों की जान चली गई।
- अमित शाह ने चक्रवात से हुए जानमाल के नुकसान पर दुख जताया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
गुवाहाटी/इंफाल/अगरतला। चक्रवाती तूफान रेमल ने पश्चिम बंगाल के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों में जबर्दस्त तबाही मचाई है। बाढ़ और भूस्खलन से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। सैकड़ों घर ढह गए। कई बीघा फसलें नष्ट हो गई। असम में 12 तो मणिपुर में तीन लोगों की जान चली गई। आपदा प्रभावित असम, त्रिपुरा, मणिपुर में जनजीवन अस्त व्यस्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात से हुए जानमाल के नुकसान पर दुख जताया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। शाह ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर स्थिति की जानकारी ली।
असम में छह लोगों की मौत के साथ अब तक मरने वालों की कुल संख्या 12 हो गई। अब तक 11 जिलों में 3.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कई जगह ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों के साथ-साथ उनकी सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। करीमगंज में चार तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सबसे बुरा हाल नगांव, करीमगंज, हैलाकांडी, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, कछार, होजई, गोलाघाट, कार्बी आंगलिंग और दीमा हसाओ जिले में है।
अगले दो दिन भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक रेमल के प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम मानसून निर्धारित समय से पहले ही असम समेत पूर्वी क्षेत्रों में प्रवेश कर गया है।
राजभवन में भरा पानी, 25 हजार घर क्षतिग्रस्त
इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। कई दिनों से हो रही बारिश के बीच शुक्रवार को राजभवन में भी पानी भर गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंफाल नदी के तटबंध विभिन्न स्थानों पर टूटने के बाद राजभवन परिसर में पानी घुस आया। जल संसाधन और राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री अवांगबोउ न्यूमई ने बताया िक बाढ़ से कुल 1,88,143 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि करीब 25 हजार घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।