Home » मंत्रालय में आग : जांच करने पहुंची टीम, फॉरेंसिक और बिजली कंपनी के अधिकारी ने किया निरीक्षण

मंत्रालय में आग : जांच करने पहुंची टीम, फॉरेंसिक और बिजली कंपनी के अधिकारी ने किया निरीक्षण

पुरानी बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल और छत में बने टीन शेड में किसी को जाने की अनुमति नहीं

भोपाल। मंत्रालय के पुराने भवन की पांचवीं मंजिल और छत पर छठवीं मंजिल के रूप में बना टीन शेड पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है। टीन शेड में बने कमरों में फर्नीचर और दस्तावेजों की रद्दी और पुरानी फाइलें रखी हुई थीं। पांचवीं मंजिल में जीएडी के प्रमुख सचिव और कुछ अन्य अधिकारियों के केबिन सहित पूरा फ्लोर ही जलकर खाक हो गया है। आग तीसरी मंजिल से लगना बताया जा रहा है, लेकिन तीसरी और चौथी मंजिल में नुकसान बहुत कम हुआ है। मंत्रालय के पुराने भवन की चौथी मंजिल में पूरा सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) शाखा संचालित होती है।

जीएडी के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी पांचवीं मंजिल पर पुराने मुख्य सचिव कक्ष में बैठते हैं, जिसमें सीएस रहते हुए एंटोनी डिसा, आर परशुराम और बीपी सिंह बैठते थे, वह कक्ष और पुराना मुख्य सचिव का सचिवालय तक खाक हो गया है। आग से पांचवीं मंजिल और टीन शेड में जो रिकार्ड जलकर खाक हुआ है, उसमें मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता, स्वेच्छानुदान, विदेश यात्रा, विमानन विभाग और बीते कई वर्षों में कैबिनेट में आए प्रस्ताव और हुए निर्णयों संबंधी फाइलें प्रमुख हैं।

दर्जन भर फायर ब्रिगेड मंत्रालय में खड़ी हैं, सुरक्षा सख्त

आगजनी के बाद शनिवार शाम से मंत्रालय की सुरक्षा सख्त कर दी गई है, किसी भी बाहरी व्यक्ति को पहले भी जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब कर्मचारियों को भी बिना पूछताछ और अनुमति के रविवार को मंत्रालय में प्रवेश नहीं दिया गया। आग कहीं से फिर न भड़क उठे, इससे बचाव के लिए एक दर्जन दमकल और नगर निगम का बचाव दल मंत्रालय परिसर में ही मौजूद है। पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।

जांच करने पहुंचे अधिकारी

मुख्यमंत्री के निर्देश पर बनी सात सदस्यीय जांच समिति रविवार दोपहर मंत्रालय पहुंची और आगजनी वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया। जांच समिति ने जीएडी शाखा और पांचवीं मंजिल पर पदस्थ कुछ कर्मचारियों से पूछताछ भी की है, हालांकि बयान सोवार से रिकार्ड किए जाएंगे। रविवार को मप्र फॉरेंसिक टीम भी जांच करने पहुंची और अलग-अलग स्थानों से जांच के लिए सैंपल भी एकत्रित किए हैं। इसके साथ ही बिजली कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच कर बिजली सप्लाई संबंधी बारीकियां देखने के साथ साक्ष्य एकत्रित किए हैं। गौरतलब है कि अभी तक यही आशंका व्यक्त की जा रही है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है। इसलिए बिजली कंपनी के इंस्पेक्टर और अन्य अधिकारियों को बुलाया गया था। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सात सदस्यीय जांच समिति बनाई गई है।

यह समिति तीन दिन में प्रारंभिक और 15 दिन में विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को सौंपेगी। जांच समिति में एसीएस मोहम्मद सुलेमान, पीएस गृह संजय दुबे, नगरीय विकास विभाग के पीएस नीरज मंडलोई, पीडब्लयूडी के पीएस डीपी आहूजा, एडीजी अग्निशमन सेवाएं आशुतोष राय, भोपाल संभागायुक्त पवन शर्मा और पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा को शामिल हैं।

पांचवीं मंजिल पर किसी को जाने की अनुमति नहीं

मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल सोमवार से मंत्रालय में कामकाम सामान्य तरीके से चलेगा, लेकिन पुरानी बिल्डिंग के पांचवीं मंजिल और छत पर बने छठवी मंजिल के रूप में टीन शेड में जांच कारणों से किसी को भी जाने की अनुमति नहीं रहेगी। यहां जांच समिति और पांचवीं मंजिल पर पदस्थ वे अधिकारी और कर्मचारी जा सकेंगे, जिन्हें जांच समिति अनुमति प्रदान करेगी। वहीं सोमवार से मंत्रालय में बाहर से आने वाले आगंतुकों और दूसरे जिलों से फाइलें लेकर आने वाले कर्मचारियों को भी जहां जाने के लिए पास बनाकर दिया जाएगा, वहीं जाने की अनुमति होगी। जगह-जगह पर सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए जाएंगे। आगजनी में पांचवीं मंजिल पर पीएस जीएडी के साथ आधा दर्जन अन्य अधिकारियों और तीन मंत्रियों के कक्ष भी जले हैं।

Related News

Swadesh Bhopal group of newspapers has its editions from Bhopal, Raipur, Bilaspur, Jabalpur and Sagar in madhya pradesh (India). Swadesh.in is news portal and web TV.

@2023 – All Right Reserved. Designed and Developed by Sortd