देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया। अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 के कारण इस साल का बजट काफी महत्व रखता है। हालांकि, अंतरिम बजट पेश होने के कारण हमेशा की तरह कोई बड़े लोकलुभावन वादे नहीं किए गए और सरकार ने अपनी आगे की सोच को दर्शाया। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा अंतरिम बजट 4 क्षेत्रों पर केंद्रित है, गरीब, महिलाएं, अन्नदाता और युवा।
नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे
इस अंतरिम बजट में शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्टर को बेहतर बनाने के साथ-साथ रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही गई है। इसके साथ ही युवा वर्ग के लिए शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं।
मोदी सरकार ने अमृत काल के इस साल में देशभर में अतिरिक्त मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा है। सरकार देशभर में अतिरिक्त मेडिकल कॉलेज स्थापित करना और मौजूदा कॉलेजों के उपयोग को अनुकूलित करना चाहती है। इस संबंध में सिफारिशें प्रदान करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि युवा डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार अस्पताल इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करेगी।
वित्त मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 से शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तनकारी सुधार लाए जा रहे हैं और इसके लिए लगातार काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया पहल के तहत, 14,500 से अधिक स्कूलों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप अपग्रेड किया जाएगा। इस साल PM श्री स्कूलों के लिए 4,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सक्षम आंगनबाड़ी के तहत आंगनबाड़ियों का उन्नयन भी किया जा रहा है।