नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सनातन के पक्ष में बात करने वाले स्पष्ट वक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णन को कांग्रेस पार्टी ने निलंबित कर दिया है। आचार्य प्रमोद कृष्णन ने गत दिनों प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उन्हें 19 फरवरी को आयोजित श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री ने भी समारोह में शामिल होने की सहमति प्रदान कर दी थी। कांग्रेस नेता व आचार्य प्रमोद कृष्णन ने समय-समय पर कांगे्रस के नेताओं को आईना दिखाते रहे हैं। हाल ली में अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के आमंत्रण-पत्र को कांग्रेस नेताओं ने ठुकरा दिया था।
कांग्रेेस नेताओं द्वारा भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने को आचार्य प्रमोद कृष्णन ने विरोध किया था और कहा था कि कांग्रेस को देश की सनातन बहुसंख्यक समाज से इस तरह विरोध नहीं लेना चाहिए। कांग्रेस नेताओं को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना चाहिए था। इसके बाद से ही माना जाने लगा था कि आचार्य प्रमोद कृष्ण को लेकर कांग्रेस कोई बड़ा निर्णय ले सकती है।
मुलाकात के 20 घंटे के अंदर किया निलंबित
आचार्य प्रमोद कृष्णन ने गुरुवार एक फरवरी को दोपहर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निवास पर जाकर मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर प्रधानमंत्री के साथ अपनी फोटो शेयर की और लिखा कि प्रधानमंत्री ने आमंत्रण-पत्र स्वीकार कर आने पर सहमति व्यक्त की है। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के 20 घंटे के अंदर ही कांग्रेस पार्टी ने आचार्य प्रमोद कृष्णन को पार्टी से निलंबित कर दिया है।