भोपाल। देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी ने देश के 195 लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की भी घोषणा कर चुकी है। उत्तर प्रदेश और बिहार में यादव समाज के वोट बड़ी संख्या में हैं। यादव समाज के वोट उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बिहार में लालू यादव की पार्टी के परंपरागत वोट माने जाते हैं। लेकिन इस लोकसभा चुनाव में भाजपा यादव वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए मध्यप्रदेश में यादव समाज के नेता डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज लखनऊ में हो रहे यादव महाकुंभ में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंच चुके हैं। इसके पहले डॉ. यादव समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ और बिहार की राजधानी पटना में यादव समाज के बड़े कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं।
लखनऊ जाने से पहले आज रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलने उनके निवास पर भोपाल लोकसभा से प्रत्याशी बनाए गए आलोक शर्मा और नर्मदापुरम से प्रत्याशी बनाए गए दर्शन सिंह चौधरी मिलने पहुंचे।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो भाजपा अकेले 370 से अधिक और गठबंधन के साथ लोकसभा की 400 से अधिक सीटें जीतने की रणनीति पर बहुत गंभीरता से कार्य कर रही है। 400 से अधिक सीटें जीतने के लिए भाजपा यादव समाज के बड़े वोट बैंक में अपनी पकड़ और मजबूत करने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को उत्तर प्रदेश और बिहार में यादव समाज के वोट बैंक को साधने की जिम्मेदारी दी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लखनऊ के बिजनौर रोड स्थित गुडौरा मैदान पर आयोजित यादव महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं। यहां पर मुख्यमंत्री कई उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आने वाले यादव समाज के लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री 13 फरवरी को आजमगढ़ क्लस्टर के लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने पहुंचे थे।