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Cervical Cancer: हर महीने लाखों महिलाएं गवा रही जान…आम बजट मे लिया गया बड़ा फैसला, जानें इसके लक्षण और कैसे करें बचाव

पिछले कुछ सालों से अगर सबसे ज्यादा किसी बीमारी में बढोतरी देखने को मिली है, तो वह महिलाओं में होने वाली सर्वाइकल कैंसर है। यह महिलाओं में होने वाला दूसरा आम कैंसर है जिसकी हर साल हजारों महिला का शिकार बनती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2019 मे सर्वाइकल कैंसर से 45,000 महिलाओं की मौत हुई थी। इस आंकङे से अनुमान लगाया जा सकता है कि सर्वाइकल कैंसर का प्रकोप कितना ज्यादा है और लगातार इसके चपेट मे कितनी अधिक महिलाएं आ रही हैं।

महिलाओं के बचाव के लिए हर साल जनवरी के माह मे सर्वाइकल कैंसर के लिए एक अवेयरनेस कैम्प भी चलाया जाता है। जिससे महिलाएं इस बीमारी से बचें। आइए जानते हैं क्या है सर्वाइकल कैंसर जो सिर्फ महिलाएं को होता है तथा इसके प्रकोप से कैसे बचें।

आम बजट मे लिया गया बङा फैसला:-

गौरतलब है, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बीतें दिन देश का अंतरिम बजट पेश करते हुए निर्णय लिया कि 9 से 14 साल की बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी।

सर्वाइकल कैंसर क्या है:-

हालांकि, समय रहते पता लगने से किसी भी कैंसर से बचा जा सकता है, सर्वाइकल कैंसर को गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर के साथ बच्चेदानी के मुँह के नाम से भी जाना जाता है। कैंसर जब होता है तब आपके शरीर का हिस्सा अनियमित रूप से बढने लगता है। इसी तरह सर्वाइकल कैंसर आपके गर्भाशय ग्रीवा की सतह पर शुरू होता है यानी जब आपके गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाएं (प्रीकैंसरस कोशिकाओं) में बदलाव करने लगती हैं। ऐसे में ध्यान रखें कि यह कोशिकाएं गंभीर सेल्स में बदले उससे पहले इस समस्या को समझें और इलाज करवाएं।

इसके होने का कारण:-

जहां बात हम कैंसर की कर रहें हैं वहां एचपीवी वायरस का होना आम बात है क्योंकि किसी प्रकार के कैंसर में एचपीवी वायरस एक मुख्य किरदार में होता है। सर्वाइकल कैंसर में अधिकतर तौर पर देखा गया है कि उसका कारण एचपीवी वायरस हीं है। एचपीवी वायरस एक यौन संचारित संक्रमण है। यह यौन संपर्क गुदा, मौखिक तथा योनि से फैलता है और गंभीर बिमारी कैंसर का कारण बन जाता है। अधिकांश लोग एचपीवी वायरस के चपेट में आते हैं परंतु उन्हें उनका पता नहीं लगता है। क्योंकि मनुष्य के शरीर मे कुछ ऐसे कोशिकाएं मौजूद होते हैं जो इस वायरस को बढने से रोकते हैं। वहीं जिन्हें वह रोकने मे सक्षम नहीं हो पाते, वह बढकर कैंसर का रूप ले लेते हैं।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण:-

महिलाओं को असने शरीर में होने वाले बदलाव को अनदेखा न करते हुए उससे होने वाली गंभीर बीमारीयों पर नजर रखनी चाहिए। ऐसा करने से आप अपने आप को सर्वाइकल कैंसर जैसी जटील बीमारी से बचाव कर सकते हैं।

1. पीरियड्स तथा मेनोपोज के बाद भी ब्लीडिंग होना।

2. अनियमित ब्लीडिंग तथा वाइट डिसचार्ज से दुर्गंध आना।

3. पीरियड्स साइकल के समय मे बढोतरी होना।

4. नेचुरल डिसचार्ज मे कठिनाई होना।

5. मलत्याग करते समय दर्द या रक्तस्राव महसूस करना। 

6. अचानक पेशाब से खून आने लगना।

7. थकान, वजन कम और भूख में न लगना।

8. सूजन तथा पेट-पीठ मे दर्द महसूस करना।

9. पेल्विक एरिया में दर्द।

इन सारे लक्षण को देखे जाने पर तुरंत अपने डाक्टर से संपर्क करें।

सर्वाइकल कैंसर से बचाव:-

सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी आसानी से निदान पाया जा सकता है। परंतु इसका पता शुरुआती स्टेज में चल जाने पर ऐसा करने से उससे छुटकारा पाने के चांसेस बढ जाते हैं। उपचार विकल्पों में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, और केमोथेरेपी शामिल हो सकती हैं। लेकिन, इसका इलाज आसानी से हो जाए वह कैंसर के स्टेज तथा प्रभावी उम्र के व्यक्ति पर निर्भर करता है।

आपको बता दें. जो महिलाएं सेक्सुअली एक्टिव होती हैं। उन्हें मुख्य तौर पर एचपीवी वैक्सिन लगना एक प्रभावी तरीका है। क्योंकि ऐसा करने से आप सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से अपना बचाव कर सकती हैं।

by Anupam Tiwari

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