पटना। बिहार में बीतें दो दिनों से लगातार राजनीतिक पारा बहुत गर्म है। इसी बीच सूत्रों को हवाले से खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रविवार सुबह इस्तीफा देने की संभावना है, जिससे भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में वापसी का रास्ता साफ हो जाएगा।
सूत्रों की मानें तो भाजपा के समर्थन से एक नई सरकार बनने की संभावना के बीच सचिवालय जैसे सरकारी कार्यालयों को रविवार को खुला रखने के लिए कहा गया है। हालांकि, अभी तक भाजपा की प्रदेश इकाई के नेताओं ने पार्टी की एक बैठक के दौरान जद(यू) के ‘महागठबंधन’ से बाहर निकलने की स्थिति में कुमार का समर्थन करने की औपचारिक घोषणा नहीं की।
जबकि जद (यू) के सूत्रों ने कहा कि कुमार के इस्तीफा देने की संभावना है, कांग्रेस, राजद और जद (यू) नेताओं की टिप्पणियों से इस बदलाव के बारे में मजबूत संकेत मिले हैं। बिहार भाजपा नेताओं की पटना में बैठक हुई, लेकिन उन्होंने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की, क्योंकि उनके केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें नीतीश के इस्तीफे तक “किसी भी औपचारिक घोषणा” को रोकने का सख्त निर्देश दिया था। पिछले नौ वर्षों में चौथा राजनीतिक चेहरा बनाने के लिए तैयार नीतीश का जिक्र किए बिना, जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने एक बयान में कहा कि नीतीश राज्य के हित में निर्णय लेते हैं और बिहार के प्रति उनका समर्पण दर्शाता है। उनके सभी निर्णयों में राज्य का हित सर्वोपरि रहता है।”