यूपी में मफियाओं को ढ़ेर करने का सिलासिला जा रही है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश का कुख्यात माफिया अनिल गैंगस्टर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही अतीक अहमद और भाई अशरफ की पुलिस के तैनाती में हत्या कर दी गई थी। अनिल नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था। 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था। इसके बाद से फरार चल रहा था। दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे। वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था। यूपी STF पिछले 6 साल में दुजाना समेत 184 एनकाउंटर कर चुकी है।
पश्चिमी यूपी के अलावा दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा में दुजाना का आतंक था। 2011 में नोएडा के एक मामले में उसे 3 साल की सजा सुनाई गई थी। पुराने मामले में कोर्ट में पेश न होने से उसके खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर रखा था।
दुजाना की सुंदर भाटी गैंग से अदावत थी। उस पर 2002 में पहला मामला गाजियाबाद में हत्या का दर्ज हुआ था। उसने सुंदर भाटी पर एके-47 राइफल से हमला किया था। तब से वह पश्चिमी यूपी में चर्चा में आ गया था।
पिछले सप्ताह 2 मुकदमे हुए थे दर्ज
जेल से बाहर आते ही दुजाना ने जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ पिछले सप्ताह 2 मुकदमे दर्ज किए थे। नोएडा पुलिस और यूपी STF अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार खोज कर रही थी।
पिछले दिनों 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी। लेकिन, दुजाना हाथ नहीं लगा। अनिल दुजाना के जेल से बाहर आने से गवाहों में डर था।
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