प्रदेश में गायों और पशुओं के लिए एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की जाएगी। महावीर स्वामी के 5 महाव्रत सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह भौतिकता से दग्ध मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दर्शन कराते हैं। महावीर जयंती पर हम उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लें। महावीर स्वामी ने बताया था कि जो दूसरों को जीते वह वीर और जो स्वयं को जीते वह महावीर होते हैं। स्वयं को जीतने वाले जितेंद्रिय अर्थात जैन हंै। इस अर्थ में सभी को जैन बनने का प्रयास करना चाहिए। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महावीर जयंती पर अमरकंटक में राष्ट्र संत आचार्य विद्यासागर महाराज के दर्शन करने के बाद कहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने यहां प्रदेश की श्रेष्ठ गो-शालाओं, गो-भक्तों और पशु सेवकों को आचार्य श्री विद्यासागर जी दया पुरस्कार भी वितरित किए हैं। मुख्यमंत्री सोमवार सुबह अमरकंटक पहुंचे और आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री विद्यासागर राष्ट्रसंत हैं, जिनके दर्शन का आज मुझे सौभाग्य मिला है। उनमें मुझे महावीर स्वामी की छवि दिखाई देती है। मूक माटी उनका अद्भुत ग्रंथ है। जैन धर्म हमें बिना हथियार के दूसरों को जीतना सिखाता है। हमारी संस्कृति आत्मवत सर्वभूतेषु, सर्वे भवंतु सुखिन: और एकात्म मानवता की है। हम सबमें एक ही चेतना को देखते हैं, हर प्राणी का कल्याण चाहते हैं।
बहनों की पीड़ा दूर करने बनाई योजना
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए, जे पीर पराई जाने रेÓ से सीख ले कर मैंने बहनों के लिए लाड़ली बहना योजना बनाई है। मेरे मन में बहनों की पीड़ा दूर करने की भावना थी। इस योजना से बहने स्वावलंबी बनेगी और उनमें आत्म-विश्वास जागृत होगा।
हर विकासखंड में एक एंबुलेंस
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में गो-संरक्षण और गो-संवर्धन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने गाय और पशुओं के लिए भी एंबुलेंस सेवा शुरू की है। प्रदेश के हर विकासखंड में एक-एक एंबुलेंस चलाई जा रही है, जिसमें डॉक्टर और कंपाउंडर की व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश में 407 पशु एंबुलेंस आ चुकी है। इस सेवा के लिए 1962 पर कॉल करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 अप्रैल से प्रदेश में शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने पर चालक का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
जीव दया और गो-सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य
बाल ब्रह्मचारी विनय भैया ने कहा कि जीव दया और पशु सेवा के क्षेत्र में प्रदेश सरकार उत्कृष्ट कार्य कर रही है। खेती में आज बैलों की जगह ट्रैक्टर और हार्वेस्टर ने ले ली है। इस कारण से गो-वंश के समक्ष भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रदेश सरकार ऐसी व्यवस्था करे कि किसान खेती के बाद नरवाई को जलाये नहीं, बल्कि भूसे को गो-शालाओं को दे दें। भूसा पशुओं का भोजन है, मनुष्य को उसे जलाने का कोई अधिकार नहीं है। राज्य सरकार किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान पर भूसा निकालने की मशीन दे रही है। भूसा किसी भी हालत में जलाया नहीं जाना चाहिए।