- 2018 से आईसीएफ चेन्नई ने 70 वंदे भारत रेक का निर्माण किया है।
- आईसीएफ ने 500 से अधिक डिजाइनों में लगभग 75,000 रेल कोचों का उत्पादन किया है।
नई दिल्ली । देश भर में रेलवे नेटवर्क में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इसी के साथ नई-नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी उतारी जा रही हैं। जल्द ही इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री से पांच वंदे भारत ट्रेनें तैयार होकर शुरू होने वाली हैं। रेलवे बोर्ड जल्द ही इनका गंतव्य निर्धारित करेगा। नारंगी रंग की इन ट्रेनों का अंतिम निरीक्षण अभी चल रहा है। इनमें से हर ट्रेन में 16 कोच हैं। आईसीएफ के एक अधिकारी ने कहा कि रेलवे बोर्ड तय करेगा कि ये वंदे भारत ट्रेनें किन रूटों पर चलेंगी।
2018 से आईसीएफ चेन्नई ने 70 वंदे भारत रेक का निर्माण
2018 से आईसीएफ चेन्नई ने 70 वंदे भारत रेक का निर्माण किया है। आईसीएफ ने 500 से अधिक डिजाइनों में लगभग 75,000 रेल कोचों का उत्पादन किया है। इस वित्तीय वर्ष के लिए, आईसीएफ ने 3,515 रेल कोचों का उत्पादन करने की योजना बनाई है, जिसमें 1,536 एलएचबी (LHB) कोच और 650 से अधिक वंदे भारत कोच शामिल हैं। फिलहाल वंदे भारत ट्रेनों में आठ या 16 कोच होते हैं। भविष्य में 20 और 24 कोच वाली वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी। आईसीएफ के एक अधिकारी ने कहा कि वंदे भारत मेट्रो का परीक्षण भी किया गया है।
चेन्नई से इन शहरों के बीच चलती है वंदे भारत
वंदे भारत ट्रेनें वर्तमान में चेन्नई से तिरुनेलवेली, मैसूरु, कोयंबटूर और विजयवाड़ा तक चलती हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, दक्षिणी रेलवे की जोनल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य आर पांडिया राजा ने चेन्नई और नागरकोइल के बीच वंदे भारत सेवा चलाने की बात कही है। वह तेनकासी के जरिए चेन्नई और तिरुवनंतपुरम को जोड़ने वाली एक वंदे भारत ट्रेन भी चाहते थे, जो मदुरै और त्रिची की यात्रा करने वाले यात्रियों को लाभ पहुंचा सके।