अंबाला/दिल्ली। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसान फिर से आंदोलन कर रहे हैं। आज केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ किसान संगठन के नेताओं की फिर से बातचीत होना है। अगर केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ किसान संगठनों की चर्चा सार्थक रही तो ठीक, नहीं तो देशभर के किसान संगठनों के 14 टीमें किसान आंदोलन का अलग-अलग स्थानों पर आंदोलन करेंगी। कसानों से चर्चा करने के लिए केंंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शाम को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। आज शाम करीब 6 बजे वे किसान नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्रियों की बैठक होने जा रही है।
आज रविवार 18 फरवरी को किसान आंदोलन का छठवां दिन है। दिल्ली जाने के लिए निकले किसानों को पुलिस और प्रशासन ने पंजाब-हरियाणा के शंभू बार्डर पर रोक लिया है। किसान यहीं पर रुके हुए हें। आंदोलन के दौरान एक किसान और एक उप निरीक्षक की अब तक मौत हो चुकी है। आज केंद्र सरकार और किसानों के बीच चंडीगढ़ में फिर से वार्ता हो रही है। यह चौथी वार्ता है। इससे पहले 3 दौर की बैठकें बेनतीजा रहीं थी। इस मीटिंग में कोई फैसला न हुआ तो किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है।
कुरुक्षेत्र में किसानों की खाप पंचायत
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी समूह ने आज रविवार को दोपहर में कुरुक्षेत्र में किसान-खाप पंचायत बुलाई है। यहां पर हरियाणा से किसान आंदोलन शुरू करने की विधिवत घोषणा की जाएगी। किसान आंदोलन का देखते हुए हरियाणा के 7 जिलों में 19 फरवरी की देर रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। जिन जिलों में इंटरनेट बंद किया गया है, वहां किसान आंदोलन अधिक तेज होने की आशंका था। यह वे जिले हैं, जहां बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हो चुके थे, इनमें अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा शामिल हैं।
लुधियाना में बैठक, पंजाब के सारे टोल फ्री
पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने आज रविवार को प्रदेश के सभी टोल फ्री कर दिए हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि जो किसान संगठन अपने वाहन लेकर दिल्ली की ओर किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे हें, उनको कहीं पर भी टोल टैक्स न चुकाना पड़े। इधर लुधियाना में भी बैठकों का दौर चल रहा है।