मप्र मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने दो मामलों में स्वत: संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है। पहला मामला नीमच जिले का है। जहां पुलिस अभिरक्षा में एक युवक की मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर न्यायालय में पेश करने लिए 50 हजार रूपए मांगने के आरोप लगाए हैं। मामले में आयोग ने एसपी को प्रकरण की जांच कराने और की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह के भीतर जवाब भेजने के निर्देश दिए हैं।
आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, मारपीट व लूट मामले में आरोपी चरत बांछड़ा निवासी बरडिया ने बीते मंगलवार की सुबह मनासा थाने में सरेंडर किया था। पुलिस ने शाम तक उसे न्यायालय में पेश नहीं किया। सुबह परिजनों के पास फोन आया कि चरत की तबीयत खराब होने से अस्पताल ले जा रहे हैं। उसे पहले मनासा फिर नीमच अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पीएम के बाद आक्रोशित परिजन शव लेकर मनासा थाने पहुंचे। तीन घंटे तक शव थाने के बाहर रख प्रदर्शन किया। एसपी ने मजिस्ट्रियल जांच बैठाई और एसआई श्रवण सिंह तंवर को लाइन अटैच कर दिया है।
कुएं ने निकला युवती का शव :
सीहोर जिले के भैरूंदा क्षेत्र के ग्राम टिकरीखेड़ा निवासी एक युवती का शव गांव के ही कुएं से मिला। युवती बीते दो दिनों से लापता थी। आक्रोशित परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर भारी चक्काजाम कर दिया। मामले में आयोग ने एसपी से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।