भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 19.48 करोड़ रुपए के एफडीआर घोटाले में पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। गुप्ता 14 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड पर रहेंगे। मामले के मुख्य आरोपी रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राजपूत और वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस और 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। सूत्र बताते हैं कि इनाम की यह राशि बढ़ाई जा सकती है।
दरअसल, गांधी नगर पुलिस ने 3 मार्च को इस मामले में तत्कालीन कुलपति, रजिस्ट्रार एवं वित्त नियंत्रक सहित 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इन सभी पर करीब 19.48 करोड़ रुपए से ज्यादा के लेन-देन का आरोप था। एफआइआर दर्ज होने के 38 दिन बाद कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता को पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार किया था। विवि के खाते से 19.48 करोड़ रुपये कुलपति प्रो. गुप्ता के हस्ताक्षर से निजी खाते में स्थानांतरण हुए। फरवरी में एफडी घोटाला सामने आने के बाद ही कुलपति प्रो. गुप्ता छुट्टी पर चले गए। छह मार्च को छुट्टी से लौटे और राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा।