बुरहानपुर। बीते कई महीनों से बुरहानपुर के जंगलों मेंं घुसकर उसे काटने और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गई है। दो दिन पहले जिले के नेपानगर थाने में घुसकर आधा दर्जन अतिक्रमणकारियों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर लट्ठ बरसाते हुए गिरफ्तार तीन आरोपियों को थाने से छुड़ा ले गए थे। जिन आरोपियों को बदमाशों ने थाने से छुड़ाया था, वे तीनों वन चौकी पर हमलाकर सरकारी बंदूकें लूटने के आरोपी हैं। इस मामले में पुलिस ने दर्जन भर से अधिक महिलाओं को गिरफ्तार कर 18 मकानों पर बुलडोजर चला दिया है। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात नेपानगर थाने में घुसकर तांडव मचाने वालों के खिलाफ शनिवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। बुरहारपुर कलेक्टर भव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक राहुल लोढा एक हजार पुलिसकर्मियों के साथ सुबह ही गांव पहुंच गए थे। आसपास के चार जिलों के साथ एसएएफ के जवानों को बुलाया गया। पूरे गांव की घेराबंदी की गई और गांव जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया। इतना ही नहीं पुलिस ने सुबह से ही मुनादी कराना शुरू कर दिया था कि गांव में धारा 144 लागू है, अत्यावश्क कार्य होने पर ही लोग घरों से निकलें।
पुलिस पर हमला करने वाले 5 पकड़े
पुलिस थाने में घुसकर पुलिसकर्मियों से मारपीट करने और शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के पांच आरोपियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने थाने पर हमला कर आरोपियों को छुड़ाकर ले जाने वाले अतिक्रमणकारियों के घर तोड़े हैं। पूरा सीवल गांव छावनी में तब्दील है। पांच हजार की आबादी वाले इस गांव के अधिकांश लोग जंगल काटने और अतिक्रमण करने का कार्य कर रहे थे।
मुख्य आरोपी सहित 60 आरोपी इसी गांव के
बाकड़ी वन चौकी से बंदूक लूटने का मुख्य आरोपी हेमा मेघवाल सीवल गांव का रहने वाला है। थाने पर हमला करने वाले करीब 60 लोगों में से ज्यादातर सीवल गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने सीवल के चारण वाड़ी में हेमा मेघवाल के तीन मकान तोड़े हैं। लोग घरों में दुबके रहे। गांव की ओर जाने वाले लोगों को पुलिस ने बाहर से ही भेज दिया। कलेक्टर भव्या मित्तल और एसपी राहुल कुमार लो?ा भी मौके पर मौजूद रहे।

4 जिलों से बुलाया पुलिस बल
कार्रवाई के दौरान सीवल गांव में पुलिस के 20 से अधिक वाहन मौजूद रहे, जिसमें व्रज वाहन समेत अन्य शस्त्रों से लैस गाडिय़ां थीं। निमाड़ के 4 जिलों से पुलिस बल बुलाया गया। इसके अलावा एसएएफ की टीम भी तैनात रही। एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई थी। उधर, नेपानगर थाने के बाहर भी सुरक्षा की दृष्टि से बल तैनात किया गया। बुरहानपुर के सीवल गांव में सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस लोगों को घरों में रहने के लिए अपील करती रही। करीब 5 हजार की आबादी घरों में दुबकी रही।
परीक्षाएं निरस्त
शनिवार को कक्षा तीसरी, चौथी, छठवीं और सातवीं की परीक्षा होनी थी, लेकिन गांव में धारा 144 लागू होने के परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं। जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र महाजन ने बताया कि सीवल क्षेत्र के कुछ स्कूलों में परीक्षा आगामी तारीखों में होगी। सीवल में 2 प्राथमिक और एक माध्यमिक शाला है। प्राथमिक मराठी शाला में परीक्षा नहीं हुई। यहां अधिकारी-कर्मचारी बैठे रहे। बाकड़ी के भी 4 स्कूूलों में परीक्षा नहीं हो पाई।