भोपाल। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों में आज सोमवार पांच फरवरी से मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित कक्षा दसवीं की परीक्षा शुरू हो चुकी है। भोपाल में एक परीक्षा केंद्र पर 46 साल की महिला भी कक्षा दसवीं की परीक्षा देने पहुंची हैं। वहीं उज्जैन में कई परीक्षा केंद्रों के बाहर छात्रों द्वारा नकल करने के लिए लाई गई सामग्री, किताबें व दस्तावेज रखवाने के लिए कागज की पेटी रखवाई गई है। उक्त कागज की पेटी पर ‘ईमानदारी की पेटी’ लिखा गया है।
भिंड के एक परीक्षा केंद्रों पर दूसरे के स्थान पर कोई फर्जी छात्र परीक्षा न देने पाए इसके लिए बिना आधार कार्ड के परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई है। बाद में अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया। दोपहर तक माध्यमिक शिक्षा मंडल को प्राप्त सूचनाओं के आधार पर कहीं भी अप्रिय स्थिति की जानकारी नहीं है और न ही कहीं पर परीक्षा का विरोध हुआ है।
प्रदेश भर में सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक कक्षा दसवीं का प्रश्न-पत्र हल कराया गया है।
धार में धरने पर बैठे छात्र
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धार जिले की सरदारपुर तहसील में अर्चना विद्यापीठ के छात्र प्रवेश पत्र समय पर नहीं मिलने के कारण कक्षा दसवीं की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। परीक्षा में शामिल न होने के कारण आक्रोशित छात्रों और उनके अभिभावकों ने बदनावर-सरदारपुर मार्ग पर नारेबाजी करते हुए चक्काजाम कर दिया। दोपहर तक चक्काजाम चलता रहा। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समझाया और उन्हें परीक्षा की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया, इसके बाद धरना समाप्त हो सका।
गौरतलब है कि प्रदेश में कुल 3,868 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें 302 संवेदनशील और 309 अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र हैं। भोपाल में कुल 16 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और अति संवेदनशील घोषित किया है। प्रदेश में कुल 9 लाख 92 हजार 101 विद्यार्थी 10वीं की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। इनमें 4 लाख 76 हजार 339 छात्राएं और 5 लाख 15 हजार 762 छात्र हैं।