भोपाल। राजधानी के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हुए 19.48 करोड़ रूपए के घोटाले में आरोपी बनाए गए विवि के पूर्व वित्त नियंत्रण ऋषिकेश वर्मा ने सोमवार को भोपाल जिला अदालत में सरेंडर कर दिया है। अदालत की सूचना के बाद मौके पर पहुंची गांधी नगर पुलिस ने वर्मा को गिरफ्तार कर अदालत से रिमांड मांगा। अदालत न वर्मा को 25 अप्रैल तक की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है। वहीं इसी घोटाले के 21 लाख रुपए ऋषिकेश वर्मा की पत्नी सीमा वर्मा के खाते में एफडी कराए जाने का खुलासा होने के बाद पुलिस ने सीमा वर्मा को भी गत दिनों गिरफ्तार कर चुकी है। आज भोपाल जिला अदालत ने सीमा वर्मा की जमानत याचिका पर सुनवाई करने के बाद याचिका निरस्त कर दी है। सीमा वर्मा पहले से जेल में बंद हैं।
गौर तलब है कि आरजीपीव में 19.48 करोड़ रुपये निजी खाते में भेजकर घोटाला करने के आरोप में पूर्व कुलपति सुनील कुमार, एक्सिस बैंक के ब्रांच मैनेजर रामकुमार रघुवंशी, दलित संघ सोहागपुर के कार्यकारिणी सदस्य सुनील रघुवंशी और मयंक कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सभी आरोपी वर्तमान में जेल में हैं, वहीं इसी मामले में अब विश्वविद्यालय के पूर्व वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा और उनकी पत्नी सीमा वर्मा भी गिरफ्तार हो चुकी हैं।
अब इस पूरे घोटाले का अहम किरदार विवि के पूर्व रजिस्ट्रा आरएस राजपूत की गिरफ्तारी होनी है। कहा जा रहा है कि वे विदेश भाग गए हैं, लेकिन पुलिस का तर्क है कि वे देश के अंदर ही कहीं छिपे हैं, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।