भोपाल। भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश को विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत को लेकर मुरैना में आयोजित जन आभार यात्रा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का जगह-जगह ऐतिहासिक स्वागत किया गया। राधिका पैलेस होटल के पास से कृषि उपज मंडी प्रांगण तक निकाली गई जन आभार यात्रा में स्थानीय लोगों ने मंच बनाकर मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष का पुष्पवर्षा और बड़ी मालाओं से भव्य स्वागत किया।
जन आभार यात्रा के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुरैना में बंद पड़ी शक्कर फैक्ट्री पर किसानों के बकाया 56 करोड़ रूपए देने के साथ प्रदेश भर में बंद पड़ी मिलों, फैक्ट्रियों पर किसानों और मजदूरों के बकाया को प्रदेश सरकार वापस करेगी। चंबल क्षेत्र में उद्योग स्थापित किए जाएंगे, ताकि इस क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर पैदा हो सके। कांग्रेस सरकार ने 20 साल तक पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना को रोके रखा। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार में चंबल क्षेत्र का द्रुतगति से विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने साढ़े तीन हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास कर चुके हैं। आगरा से ग्वालियर के मध्य नए एक्सप्रेस वे से साढ़े तीन घंटे में मुरैना से नई दिल्ली पहुंच सकेंगे। मुख्यमंत्री ने मुरैना कृषि उपज मंत्री प्रांगण में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस पर आयोजित समारोह में एक साथ 7 लाख युवाओं को स्वरोजगार के लिए 5151 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया। मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार के लिए ऋण प्राप्त करने वाली चार महिलाओं से चर्चा भी की। प्रदेश के सभी जिले समारोह से वर्चुअली जुड़े। सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारी संस्कृति की अच्छाई आक्रांओं को खटकती थी। आजादी से पहले और बाद देश की सीमाओं पर जितने भी आक्रमण हुए हैं, सभी में भिंड और मुरैना जिले के वीर सपूतों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। चंबल के रणबांकुरे हजारों साल से हिंदू संस्कृति का मान-सम्मान बढ़ा रहे हैं।
चंबल क्षेत्र में स्थापित होंगे उद्योग, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भिंड और मुरैना में जो मिल व फैक्ट्रियां बंद पड़ी होंगी, उन्हें चालू कराया जाएगा। नए रोजगार स्थापित किए जाएंगे, ताकि यहां के युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में न जाना पड़े। ग्वालियर के बेटे, भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद नदी जोड़ो परियोजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लाकर गांव-गांव में सड़कें पहुंचाईं। 2003 में मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना का प्रस्ताव तैयार किया गया। डॉ. यादव ने कहा कि 2004 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बन गई और परियोजना आगे नहीं बढ़ सकी। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस परियोजना को मूर्त रूप देने के प्रयास हुए तो कुछ महीनों बाद ही राजस्थान में कांग्रेस सरकार बन गई। अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश, राजस्थान में भाजपा सरकारें बनीं तो परियोजना का मूर्त रूप दिया गया। 75 हजार करोड़ की लागत वाली इस परियोजना में 7 बड़े बांध बनाए जाएंगे। इस परियोजना से चंबल क्षेत्र के बीहड़ों तक पानी पहुंचाया जाएगा, जिससे खेती के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
मोदी के नेतृत्व में देवस्थानों के सांस्कृतिक अनुष्ठान का महायज्ञ चल रहा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 500 वर्षों के संघर्षों और इंतजार के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्रभु श्रीराम विराजमान हो गए हैं। भगवान रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का न्यौता कांग्रेस ने ठुकरा दिया। कांग्रेस ने पहले भी भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकार चुकी है, निमंत्रण ठुकराकर अब हिंदुओं को अपमानित किया है। आगामी लोकसभा चुनाव में देश की जनता कांग्रेस को बताएगी कि भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने का अंजाम क्या होता है। लोकसभा चुनाव में जनता कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाएगी। उज्जैन में महाकाल महालोक का निर्माण, वाराणसी कॉरिडोर, अयोध्या में भव्य राम मंदिर के बाद अब ज्ञानवापी में पूजा की अनुमति मिलना बताता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में देवस्थानों के सांस्कृतिक अनुष्ठान का महायज्ञ चल रहा है।