मुख्यमंत्री ने महिला सम्मेलन का संबोधित करते हुए कहा कि भारत की धरती पर हमारी बहन, बेटियां, माताएं कभी उपेक्षित नहीं थीं, हमारे यहां कहा गया है, यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:। राम से पहले सीता, नारायण से पहले लक्ष्मी, का नाम लेना हमारी संस्कृति है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तय किया बहनों का आर्थिक, राजनीतिक सशक्तिकरण करना है, इसलिए 50 प्रतिशत आरक्षण चुनाव में दिया, मेरी बहनें आज जनपद अध्यक्ष है, पार्षद हैं, मेयर हैं। पुलिस में भी 30 प्रतिशत भर्ती बेटियों की करने का निर्णय लिया, इस निर्णय का भी बहुत विरोध हुआ। एक नहीं अनेकों कदम महिला सशक्तिकरण के लिए हमने उठाए महिलाओं के नाम रजिस्टरी चार्ज कम करने का निर्णय लिया। लाडली बहना योजना में सभी पात्र बहनों के फार्म 30 अप्रैल तक जमा किए जाएंगे। मई में योजना में पात्र बहनों की सूची पंचायत भवनों में लगाई जाएगी।
कोई भी आवासहीन नहीं रहेगा
मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में गरीबों को नि:शुल्क पट्टा बांटते हुए कहा कि सभी आवासहीन को रहने के लिए नि:शुल्क जमीन दी जाएगी। कोई भी आवासहीन नहीं रहेगा। संसाधनों का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा रहा है। जनजातीय वर्ग को भी जल, जंगल और जमीन का हक दिया जा रहा है। पेसा नियम में पंचायतों में ग्राम सभा में शांति और विवाद निवारण समिति द्वारा गांव के विवाद गांव में ही निराकृत किए जा रहे हैं। गरीबों को शोषण से बचाया जाएगा।
अब बेटी को भी अनुकंपा नियुक्ति
मुख्यमंत्रीने कहा कि शासकीय सेवाओं में पहले बेटे को ही अनुकंपा नियुक्ति दी जाती थी। अब निर्णय लिया गया है कि बेटी को भी अनुकंपा नियुक्ति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने ग्राम जीन निवासी बेटी संगीता गोहे को अनुकंपा नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया।