Home » जनजातीय वीरों की साहसिक कथाएं और पराक्रम पाठ्य पुस्तकों में हो शामिल – मंत्री विजय शाह

जनजातीय वीरों की साहसिक कथाएं और पराक्रम पाठ्य पुस्तकों में हो शामिल – मंत्री विजय शाह

  • वनवासी कल्याण परिषद ने किया विधायकों के सम्मान समारोह का आयोजन

भोपाल। प्रजातंत्र में जनप्रतिनिधि बनना बड़े ही गौरव का विषय है। आप लोग 7-8 करोड़ में से एक हैं। यह आत्मचिंतन का विषय है कि आप क्या है? आप जनता के आशीर्वाद से जनप्रतिनिधि बने हैं। इसलिए आपका दायित्व है कि आप समाज प्रथम और पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के उदय के कथन को आत्मसात कर आगे बढ़ें। यह कहना है जनजातीय कार्य और भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास विभाग मंत्री कुंवर विजय शाह का। मंत्री कुंवर विजय शाह मंगलवार को वनवासी कल्याण परिषद, एकलव्य संकुल में आयोजित मध्यप्रदेश विधानसभा के विधायकों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। वनवासी कल्याण परिषद की ओर से आयोजित इस सम्मान समारोह में विधानसभा के विधायकों को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर धार जिले के धरमपुरी विधानसभा के विधायक कालू सिंह ठाकुर, उमरिया के बांधवगढ़ विधानसभा के विधायक शिवनारायण सिंह, बैतूल जिले के घोडाडोंगरी विधानसभा के विधायक गंगा सज्जन सिंह उईके, रतलाम जिले के रतलाम ग्रामीण के विधायक मथुरालाल डावर आदि को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र खराडी, अखिल भारतीय संगठन मंत्री अतुल जोग, वनवासी कल्याण परिषद के प्रांत अध्यक्ष सौभाग सिंह मुजाल्दे, मध्यभारत प्रांत प्रमुख तिलकराज, मध्य क्षेत्र संगठन मंत्री प्रवीण ढोलके, वनवासी कल्याण परिषद भोपाल के जिला अध्यक्ष अमित सिकरवार सहित बड़ी संख्या में वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता, पदाधिकारी आदि उपस्थित हुए।

पाठ्यपुस्तक में पढ़ाई जाए जनजातीय कथाएं

मंत्री कुंवर विजय शाह ने वनवासी कल्याण परिषद के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज जिन लोगों द्वारा विधायकगणों का सम्मान किया गया है वे वह लोग हैं जो खुद पूरे निस्वार्थ भाव से जनजातीय विकास और समाज कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। इनके द्वारा किये गये कार्य निश्चिततौर पर आप सभी को प्रेरणा देंगे। मंत्री विजय शाह ने श्रीफल के संदर्भ में कहा कि श्रीफल हमारी संस्कृति, परंपरा और संस्कार का प्रतीक हैं। इसीलिए जब किसी भी पुरस्कार में श्रीफल नहीं दिया जाता वह पुरस्कार अधूरा रहता है। मंत्री शाह ने कहा कि हमें आजादी तस्तरी में परोस कर नहीं दी गई है, इसके लिए वर्षों तक संघर्ष हुआ, खून बहा है और कई वीर योद्धा शहीद हुए हैं। ऐसे जनजातीय वीरों की कथाएं, उनका पराक्रम, भावी पीढ़ी को मालूम चले इसके लिये सभी जनजातीय वीरों की साहसिक कथाओं को पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जाना चाहिए। इस दौरान मंत्री शाह ने जनजातीय कार्य विभाग में किये गये नवाचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि जनजातीय कार्य विभाग में किसी भी कार्यक्रम में सम्मान के दौरान अब बुके या गुलदस्ता नहीं बल्कि किताबें भेंट की जाएंगी।

89 विकासखंड में शुरू होगी ई-लाइब्रेरी

मंत्री शाह ने कहा कि हमारी कार्य योजना है कि प्रदेश के 89 जनजातीय विकासखंड में ई-लाइब्रेरी शुरू की जाए जिसका लाभ वहां के बच्चों को मिले। उन्होंने कहा कि इन ई-लाइब्रेरी का नाम वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर रखा जाएगा। इस दौरान मंत्री शाह ने कहा कि आने वाले शिक्षण सत्र में जनजातीय छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं को मोटिवेट करने के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को विशेष सत्रों के लिये भेजा जाएगा। जहां वे महीने में एक दिन लगभग एक से डेढ़ घंटे छात्राओं से चर्चा करेंगे।

व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करें

इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र खराडी ने कहा कि दूसरों की सेवा परोपकार और पीड़ा पहुंचाना सबसे बड़ा पाप है। सम्मानित विधायकगण सभी लोकदेवता है। यही कारण है कि आपकी विधानसभा के लोगों ने आपको जनप्रतिनिधि के रूप में अपने ह्दय में बैठाया और आपको यहां तक पहुंचाया है। इस दौरान रामचन्द्र खराडी ने कहा कि विकास से लोग भौतिकता का विकास समझते हैं। जबकि यह विकास अधूरा है। हमें प्रयास करना चाहिए कि हम व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करें।

देश के विकास में है अहम योगदान

इस अवसर पर अखिल भारतीय संगठन मंत्री अतुल जोग ने कार्यक्रम में सम्मानित सभी विधायकों को बधाई देते हुए कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा अभी तक निर्वाचित संसादों को सम्मानित किये जाने की परंपरा रही है। लेकिन यह पहला अवसर है जब प्रदेश के विधायकगणों को सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी को आने वाले समय में सहजता, सम्मान और समन्वयता के साथ काम करने की आवश्यकता है। आज जनजातीय समाज आगे बढ़ रहा है। मेरा मन है कि आने वाले पांच वर्षों में जनजातीय विकास पर हम इतना कार्य करें कि मध्यप्रदेश दूसरे राज्यों के लिये प्रेरणा बने। अतुल जोग ने कहा कि प्रतिभा हर जगह है हमें केवल आवश्यकता है उसकी सही पहचान करने की, जनजातीय समाज का देश के विकास में अहम योगदान है।

Swadesh Bhopal group of newspapers has its editions from Bhopal, Raipur, Bilaspur, Jabalpur and Sagar in madhya pradesh (India). Swadesh.in is news portal and web TV.

@2023 – All Right Reserved. Designed and Developed by Sortd