भोपाल। मिसरोद इलाके में कल दोपहर छठवीं कक्षा की छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने लिखा कि मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना, क्योंकि पढ़ाई मुझे समझ में नहीं आती। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक जाटखेड़ी निवासी अंजली बाघमारे पुत्री प्रदीप बाघमारे (12) कक्षा छठवीं की छात्रा थी। उसके पिता मजदूरी करते हैं, और मां घरों में साफ-सफाई का काम करती है। इसके अलावा उसका छोटा भाई है, जो कल अपने पिता के साथ काम पर चला गया था। मां अपने काम पर चली गई थी। जहां से मां दोपहर करीब एक बजे घर लौटी तो देखा कि बेटी फांसी के फंदे पर झूल रही है।
घटना की खबर लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका का शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौक से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। उसमें छात्रा ने लिखा कि पढ़ाई उसे समझ नहीं आती, इसलिए वह अपनी जान दे रही है। साथ अपने मम्मी-पापा को सॉरी भी लिखा। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
झूले की रस्सी टूटने से दो मंजिला से नीचे गिरा मजदूर, मौत
चूनाभट्टी पुलिस ने बताया कि पंचशील नगर में रहने वाले 55 वर्षीय बाबू भाई पुताई का काम करते थे। कल दोपहर वह मनाीषा मार्केट के पीछे नाबार्ड कॉलोनी में काम में एक मकान की पुताई का काम कर रहे थे। इस दौरान उनके झूले की रस्सी टूट गई और वह सिर के बाल जमीन पर गिर गई। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।