भोपाल। वीरांगना रानी दुर्गावती के 500वें जन्म जयंती वर्ष और रानी गाइदिन्ल्यु की जयंती अवसर पर नारी शक्ति दिवस का आयोजन किया गया। वनवासी कल्याण परिषद की ओर से आय़ोजित यह कार्यक्रम एमपी नगर जोन-1 स्थित वनवासी कल्याण परिषद के सभागार में संपन्न हुआ। समारोह में रंगमंच,
कला, साहित्य, चित्र, साहसिक, सामाजिक और अंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में
उत्कृष्ट कार्य करने वाली 13 महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पद्श्री जनजातीय कलाकार दुर्गाबाई व्याम और गोंड चित्रकार लाडो बाई मुख्य रूप से उपस्थित हुईं। इस दौरान दुर्गाबाई व्याम और लाडो बाई ने अपना जीवन वृतांत साझा किया। वहीं, रोजगार और निर्माण की संपादक रंजना चितले ने वीरांगना रानी दुर्गावती और सुशीला तुलानी ने रानी गाइदिन्ल्यु की शूरवीरता और पराक्रम पर व्याख्यान दिया। समारोह में जनजातीय सुरक्षा मंच के अखिल भारतीय संगठन मंत्री सूर्य नारायण सूरी, वनवासी कल्याण परिषद भोपाल के अध्यक्ष सुभाग सिंह मुजाल्दा, प्रांत संगठन मंत्री वनवासी कल्याण परिषद तिलक राज दांगी, वनवासी कल्याण परिषद की महिला इकाई की प्रांत प्रमुख रश्मि कुलकर्णी, सुरभि आत्राम सहित बड़ी संख्या में साहित्य और कला के क्षेत्र से जुड़े लोग उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. उमा कुमरे ने किया।
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इन नारी शक्तियों का हुआ सम्मान
समारोह में जनजातीय चित्रकला के क्षेत्र में पद्श्री दुर्गाबाई व्याम, लाडो बाई, रेखांकन के लिए डॉ. रेखा भटनागर, नृत्य के लिये डॉ. लता मुंशी, बाल रंगमंच के लिये वैशाली गुप्ता, साहित्य के लिये रंजना चितले,पर्वतारोही ज्योति रात्रे, आध्यात्म के लिये वंदना जैन, प्रशासनिक सेवा
के लिए नंदा भलावे, समाज सेवा के लिये नीला भुसे, अंत्रप्रेन्योर के लिए नित्या तलरेजा, तीरंदाजी के लिए गोरखी डामोर, श्रीअन्न उत्पादन के लिए आशा उइके आदि को सम्मानित किया गया।