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- बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जी20 के एजेंडे, विशेष रूप से आर्थिक सहयोग और बहुपक्षीय निवेश के अवसरों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
नई दिल्ली,अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी 20 शिखर सम्मलेन में भाग लेने के लिए शुक्रवार नई दिल्ली पहुंचेंगे. जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान और उससे इतर मोदी और अन्य विश्व नेताओं के साथ उनकी बैठकें और बातचीत रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी)द्वारा तय कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत संचालित होंगी. 80 वर्षीय बाइडेन की पत्नी कोविड पॉजिटिव हुई हैं, जिसके बाद सोमवार और मंगलवार उनका कोविड परीक्षण किया गया लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. वह आईटीसी मौर्य होटल में रुकेंगे. शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचने के साथ ही वह उसी दिन उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जी20 के एजेंडे, विशेष रूप से आर्थिक सहयोग और बहुपक्षीय निवेश के अवसरों पर चर्चा होने की उम्मीद है. इस बात की बहुत कम संभावना है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति बिडेन जलवायु और चल रहे यूक्रेन युद्ध पर चर्चा करेंगे.
शनिवार को जी 20 के सत्रों में लेंगे हिस्सा
इसके बाद शनिवार का दिन भी बाइडेन के लिए काफी व्यवस्त रहेगा. इस दिन भी वह पीएम मोदी के साथ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. इसके बाद, वह जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के दो महत्वपूर्ण सत्रों ‘वन अर्थ’ और ‘वन फैमिली’ में हिस्सा लेंगे. इसके अतिरिक्त वह वैश्विक बुनियादी ढांचे और निवेश के लिए साझेदारी पर केंद्रित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. दिन का समापन अन्य जी20 नेताओं के साथ रात्रिभोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ होगा.
रविवार को जाएंगे राजघाट
रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति साथी जी20 नेताओं के साथ राजघाट स्मारक का दौरा करेंगे. इसके बाद, बाइडेन नई दिल्ली से हनोई, वियतनाम के लिए रवाना होंगे. हनोई में उनकी मुलाकात वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव गुयेन फु ट्रोंग से होगी. इसके बाद महासचिव गुयेन फु ट्रोंग के साथ एक बैठक होगी, जहां दोनों नेता अपना बयान देंगे. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ बाइडेन अपनी यात्रा का समापन करेंगे.
अमेरिका का बयान
इससे पहले बुधवार को व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने वाशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘बाइडेन कल रवाना हो रहे हैं, और वह उन महत्वपूर्ण पहलों को लेकर बहुत उत्साहित हैं जिनका वह जी20 में समर्थन करेंगे. बाइडेन का ध्यान विकासशील देशों के लिए आर्थिक अवसर प्रदान करने, जलवायु से लेकर प्रौद्योगिकी तक अमेरिकी लोगों के लिए प्रमुख प्राथमिकताएं तय करने, जी20 के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को एक व्यावहारिक, यदि महत्वपूर्ण नहीं तो मंच के रूप में दिखाने पर होगा.’ उन्होंने कहा कि हम भारत के जी20 की अध्यक्षता के दौरान प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व के लिए आभारी हैं .किर्बी ने बताया कि राष्ट्रपति निश्चित रूप से नई दिल्ली में उनके आगमन के तुरंत बाद प्रधान मंत्री के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं. किर्बी ने कहा, ‘हम जी20 के सबसे नए स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. और हमारा मानना है कि अफ्रीकी संघ की आवाज G20 को पहले से भी और अधिक मजबूत बनाएगी.’ उन्होंने उम्मीद जताई कि जी20 देश संयुक्त बयान जारी कर सकेंगे. बता दें कि नई दिल्ली में नौ और दस सितंबर को जी20 सम्मेलन होने जा रहा है. जी20 विश्व की 20 सबसे विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का अंतरसरकारी फोरम है. इस समूह के सदस्य देशों की जीडीपी कुल वैश्विक जीडीपी का लगभग 85 फीसदी है.