Home » भारत का एक ऐसा राज्य जहाँ आजादी के इतने साल बाद भी नही है एक भी रेल स्टेशन, जानिए इसके पीछे का कारण

भारत का एक ऐसा राज्य जहाँ आजादी के इतने साल बाद भी नही है एक भी रेल स्टेशन, जानिए इसके पीछे का कारण

भारत में हर रोज करोड़ों लोग ट्रेन से सफर करते हैं।भारत की आधे से ज्यादा आबादी एक जगह से दूसरे जगह तक सफर करने के लिए रेल का इस्तेमाल करती है। भारत के रेल नेटवर्क को दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क कहा जाता है। आज भारत के लगभग हर राज्ये में रेल लाइन और रेल नेटवर्क मौजूद है। और ये एक राज्ये को दूसरे राज्य से जोड़ने और पुरे भारत को एक साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाती है। लेकिन क्या आपको पता है भारत में एक ऐसा राज्य भी है जहाँ आज आजादी के 77 साल बाद भी एक भी रेल लाइन मौजूद नहीं हैऔर ना ही यहाँ कोई ट्रैन चलते है ,शायद ये सुनने में आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा पर ये पूरी तरह से सच है। भारत के राज्य सिक्किम में आज भी कोई रेल लाइन नहीं मौजूद है और ना ही इस राज्य में आज तक कोई ट्रैन चलती है। ये देश का इकलौता राज्य है जहां रेलवे का नेटवर्क आज तक नहीं पहुंच पाया। हालांकि सिक्किम में रेलवे लाइन का काम तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि साल 2024 तक इस राज्य में भी रेल सेवा शुरू हो जाएगी।

2024 तक राज्य को मिल जाएगी रेल लाईन

दरअसल, भारत में सिक्किम एक ऐसा राज्य है जहां पर आज कोई भी ट्रेन नहीं चली और न ही यहां पर कोई रेल लाइन है। ये भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां पर लोगों रेल सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसी समस्या का हल करने के लिए रेलवे ने सेवोक-रंगपो रेलवे लाइन प्रोजेक्ट शुरू किया। यह रेलवे लाइन चालू होते ही सिक्कम राज्य भारतीय रेल के नेटवर्क से जुड़ जाएगा। अभी तक सिक्किम पहुंचने के लिए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी या जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से अन्य साधन पकड़ने पड़ते थे।


पहले चरण में ये रेल प्रॉजेक्ट पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी को सिक्किम से जोड़ेगी। करीब 45 किलोमीटर की ये रेल लाइन प. बंगाल के सिवोक से शुरू होकर सिक्किम में रंगपो तक जाएगी। इस प्रॉजेक्ट में कुल 14 टनल होंगी जबकि 22 पुल बनाए जाएंगे। सिवोक से रंगपो के बीच छह रेलवे स्टेशन होंगे, जिनमें से एक अंडरग्राउंड भी होगा। रेलवे का यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट लगभग आधा पूरा हो चुका है। इस रेलवे लाइन से जहां टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।वहीं सिक्किम की अर्थव्यवस्था को बूस्ट कर देगा। इतना ही नहीं, इस रेलवे लाइन के बिछने से आम आदमी से लेकर भारतीय सेना को लाभ मिलेगा। इस क्षेत्र में रेलवे लाइन न होने के चलते अब तक यातायात के अन्य साधनों से यात्रा करनी पड़ती है। जबकि यह राज्य अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है।

Swadesh Bhopal group of newspapers has its editions from Bhopal, Raipur, Bilaspur, Jabalpur and Sagar in madhya pradesh (India). Swadesh.in is news portal and web TV.

@2023 – All Right Reserved. Designed and Developed by Sortd