प्रक्रति ने मानव को बहूमल्य वरदान दिया है |
” पेड़ ” जिसे बचाना हमारा कर्तव्य है पेडो़ से ही हमें शुद्ध वायु शुद्ध वातावरण मिलती है इसलिए प्रक्रति के दिये हुये आशिर्वाद को बचाना हमारा कर्तव्य है खासकर की गर्मी के दिनों में इनकी देख रेख करना बहुत जरूरी होता है |
गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है ऐसे में पेड़ पौधों का खास ख्याल देखभाल करना बहुत जरूरी है क्योंकि गर्मी के ज्यादा पौधे सूख जाते हैं। चिलचिलाती गर्मी में पेड़-पौधों का ख्याल रखना काफी मुश्किल लगता है. पौधों के लिए तेज धूप को झेलना काफी मुश्किल हो जाता है. इस वजह से पत्ते सूखकर झड़ जाते हैं या पौधा मुरझा जाता है. एक बार पौधे की सेहत खराब हो जाती है तो दोबारा से उसको सुधारने में मेहनत लगती है. इसलिए ऐसी नौबत आए पहले से ही सजग रहें
ऐसे में इस मौसम में पौधों को ठंडा रखने के लिए आप कुछ तरीके आजमा सकते हैं. इससे आप पौधों को सूखने से बचा पाएंगे. इसके साथ ही आप पौधों को हाइड्रेट रख पाएंगे. इससे पौधे हरे-भरे नजर आएंगे.
- पौधों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ तरीके –
आप इन तरीकों से पौधों को तेज धूप से बचा पाएंगे. गर्मी के दिनों में पौधों को सुरक्षित रखने के लिए ये बेहतरीन तरीके हैं. तेज धूप में पौधों को सुरक्षित रखने के लिए आप कौन से तरीके आजमा सकते हैं चलिए जानते हैं - पौधों का ख्याल कैसे रखें – अगर आप चाहते हैं कि पेड़ पौधे गर्मी के मौसम में मुरझाएं नहीं तो फिर उन्हें धूप से बचाकर रखें. पानी नियमित देते रहें उन्हें. इससे सूखने का डर नहीं रहता है. वहीं आप चाहें तो उनमें नमी बनाए रखने के लिए गिले कपड़े से ढ़क सकती हैं.
1) पौधों को पानी दें
रोजाना सुबह पौधों को पानी दें. सूरज ढलने से पहले पौधों को पानी देना बहुत ही अच्छा होता है. अगर आप सुबह पानी नहीं दे सकते हैं. तो आप पौधों को शाम को भी पानी दे सकते हैं.
2) पानी देने का सही तरीक़ा –
गर्मियों में पानी की कमी से पौधों की पत्तियां मुरझाने लगती हैं। अगर तापमान के नुकसान से बचाने के लिए हम पानी को छिड़ककर या (वॉटर केन) से दें तो पौधों में आर्द्र क्षमता बढ़ती है और पानी पर्याप्त मात्रा में पौधों को मिलता है। सीधे पानी डालने से कई बार पौधों की जड़ें खुल जाती हैं। तेज़ धूप में पौधों की पत्तियों के ऊपर पानी ना डालें, क्योंकि ये पानी की बूंदें पत्तियों पर मिनी मैग्नीफाइंग ग्लास में बदल जाती हैं और उन तक पहुंचने वाली गर्मी को तेज़ कर देती हैं जिससे पत्तियां झुलस जाती हैं और पौधा मुरझा सकता है।
3) नमी –
पेडो़ में नमी बनी रहे और वो सुखे ना,
जैसे पौधों की पत्तियों पर स्प्रे बोतल से पानी का छिड़काव करें
पौधों की नमी का ध्यान जरूर रखें. जब पौधे हीट की चपेट में आते हैं तो इससे पत्ते सूखने लगते हैं. ऐसे में आप पौधों को गीले कपड़े से ढ़क सकते हैं. समय के साथ पौधों की नमी को चेक करें.
4) पौधों को धूप से बचाएं –
गर्मियों में धूप बहुत तेज होती है,तो पौधों को सीधे धूप में न रखें, क्योंकि सूरज से निकलने वाली परबैगानी किरणें, पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है
गर्मियों में पौधे लगातार तेज धूप में रहने से जल जाते हैं, इसलिए सबसे पहले इन्हें धूप से बचाएं। इनकी जगह बदल दें। इन्हें छाया जगहों पर रखें। बगीचे में कुछ बड़े छांव देने वाले पेड़ हैं तो छोटे पौधों को इनकी छांव में रखें दें
5) पानी पर ज्यादा,ध्यान दें –
गर्मियों में गमलों की मिट्टी जल्दी सूखने लगती है। पेड़-पौधों को ज्यादा पानी की जरूरत होती है। इसलिए, आप पौधों को दिन में कम से कम दो बार पानी जरूर दें। यह भी ध्यान रखें कि हर पौधा अलग होता है। कुछ पौधों को ज्यादा पानी जरूरत होती है, तो कुछ को सामान्य। उन्हें उनके मुताबिक ही पानी दें।।
6) लगा सकते हैं ग्रीन शेड –
पौधों को धूप से बचाने के लिए ग्रीन शेड भी लगा सकते हैं। इससे तेज धूप सीधे पौधों पर नहीं पड़ती और उन्हें नुकसान नहीं पहुंचता। इसके साथ ही, ध्यान रखें कि आपके पौधे किसी धातू को न छूते हों, क्योंकि, धूप से धातू बहुत ज्यादा गरम हो जाती है। ऐसे में पौधों की शाखाएं या पत्ते लंबे समय तक, इस धातू के संपर्क में रहने से सूख जाती हैं।
7) पोषण –
पौधों को पर्याप्त मात्रा में पोषण दें. इससे पौधे हरे-भरे रहेंगे. इनकी ग्रोथ भी होगी. आप पौधों के लिए ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. पौधों की नियमित रूप से निराई-गुड़ाई करें. इससे आप पौधे हरे-भरे रख सकेंगे. इसके साथ ही आप इन्हें धूप से बचा पाएंगे.
8) छांव –
कोशिश करें पौधों को बहुत अधिक देर तक धूप में न छोड़ें. पौधों को कुछ ही घंटों के लिए धूप में रखें. इसके बाद इन्हें छांव में रखें. बहुत देर तक धूप में पौधे रखने से ये खराब हो जाते हैं. इसलिए इस बात का ख्याल, रखें.
9) अधिक पानी देने से बचें –
गर्मियों में हम सभी यह सोचते हैं की तेज़ धूप से बचाव के लिए पौधों को अधिक पानी देना ज़रूरी है। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। गर्मियों में सतह सूखी हो सकती है लेकिन मिट्टी के 15-20 सेमी नीचे नमी बनी रहती है। अधिकांश पौधों की जड़ों की गहराई अधिक हो जाती है ऐसे में यह पौधे पानी को अच्छी तरह खींच सकते हैं। पेड़-पौधों को पानी देने के लिए एक निश्चित समय और पानी की उचित मात्रा को निर्धारित कर लें।
10) घासपात से तापमान नियंत्रण –
सूखी घासपात का उपयोग गर्मियों में मिट्टी को ढकने में कर सकते हैं, क्योंकि घासपात को मिट्टी के ऊपर ढक देने से नमी स्थिर हो जाती है और तापमान नियंत्रित रहता है। घासपात के रूप में घास, अख़बार की कतरन, गिरे हुए पत्ते और लकड़ी के बुरादे का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सड़ने के बाद जैविक खाद के रूप में पोषक बन जाते हैं।
11) क्षतिग्रस्त पत्तों को ना हटाएं –
पौधे के भूरे रंग के पत्ते और क्षतिग्रस्त शाखाओं को हाथ से तोड़कर ना हटाएं, क्योंकि इससे जीवित ऊतक भी मर सकते हैं। इसलिए हाथ से कम से कम छंटाई करने की कोशिश करें। छंटाई करने के लिए कैंची या विशेष उपकरणों का ही प्रयोग करें।
12) खुली जड़ों को ढक दें –
गर्मियों में इस बात का विशेष ख़्याल रखना चाहिए कि पौधों की जड़ों के ठीक ऊपर की मिट्टी को खाद, सूखे पत्ते और सूखी टहनियों से ढक दें। इससे जब आप पौधे को पानी देते हैं, तब पानी का वाष्पीकरण जल्दी नहीं होता और पौधों की मिट्टी में नमी बनी रहती है। अगर आप अपने गमलों में लगे पौधों को गर्मी से बचाने के साथ-साथ सजाना भी चाहते हैं, तो मिट्टी के ऊपर छोटे-छोटे रंग-बिरंगे पत्थर यानी पेबल्स रख दें। ये भी आपके पौधे की नमी को बचाने में सहायक होंगे।
13) पौधों की कटाई छटाई कब करे –
बरसात के मौसम में पेड़ पौधों की कटाई करनी चाहिए, ताकि पौधों की सूखी शाखाएं और पत्तियां निकल जाएं, ऐसा करने से पौधों की वृद्धि बढ़ती है।
14) गर्मी के मौसम में पौधों के लिए मल्चिंग तकनीक काफी फायदेमंद होती है –
इसमे पौधों की मिट्टी को मल्चिंग शीट से कवर किया जाता है ताकि उसमें नमी बनी रहे।
निष्कर्ष
गर्मी के मौसम में पेड़ो को अधिक पानी की जरूरत होती है इसलिए पौधों में रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी दे | और उनका खास ख्याल रखे ताकि वे हमेशा हरे भरे और फले फूलें |
” प्रकृति से है प्यार तो पेड़ बचाइए सरकार “